रांची: सरस्वती पूजा को लेकर तैयारियां जोरों पर देखी जा रही है. हालांकि इस बार मूर्तियों की कीमतों में काफी इजाफा हुआ है. माना जा रहा है कि इस बार स्थानीय कारीगरों ने मूर्तियों का निर्माण अधिक नहीं किया है. बल्कि मां सरस्वती की प्रतिमा अन्य शहरों से मंगवाई गई है. मिट्टी की कम उपलब्धता इसकी एक बड़ा कारण है. हालांकि फिर भी छात्र वर्ग और सरस्वती पूजा धूमधाम से करने वाले आयोजक इसकी खरीदारी और तैयारियों में जुटे हैं. बता दें कि सरस्वती पूजा का त्योहार हर साल शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है. मां सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा गया है. इसलिए उनकी पूजा का महत्व भी काफी है.
पिछले वर्ष की तुलना में इस बार मूर्तियों के दाम ज्यादा
हालांकि इस बार मां सरस्वती की प्रतिमाओं की रेट पिछले साल की तुलना में ज्यादा है. कारीगरों को मिट्टी आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाती है. इसलिए स्थानीय कारीगरों ने इस बार कम मात्रा में मूर्तियों का निर्माण किया. वहीं अन्य राज्यों से लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिमाएं मंगाई गई हैं. खासकर पश्चिम बंगाल की मूर्तियां इस बार रांची के बाजार में ज्यादा दिख रही हैं. रेडीमेड मूर्तियों की खरीदारी ज्यादा देखी जा रही है.