रांची: राजधानी का सदर अस्पताल राज्य का पहला और शायद इकलौता जिला अस्पताल होगा जहां अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस 500 बेड और 07 मॉड्यूलर ऑपेरशन थिएटर होंगे. भवन निर्माण का काम शिलान्यास के 14 वर्षो में अब लगभग पूरा हो गया है और अधिकारियों ने इसे पूरा मान लिया है. किसी भी दिन अस्पताल भवन का निर्माण करने वाली कंस्ट्रक्शन कंपनी विजेता कंस्ट्रक्शन इसे सदर अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग को हैंडओवर कर देगा. लेकिन हैरानी की बात यह है कि अस्पताल भवन के लिए बेहद जरूरी अग्निशमन विभाग से फायर फाइटिंग सिस्टम का अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) नहीं मिला है.
वाह रे रांची सदर अस्पताल! फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए आखिर कैसे मिलेगी NOC, जब किया ही नहीं है अप्लाई - Jharkhand Fire Brigade
अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रांची सदर अस्पताल को अग्निशमन विभाग से फायर फाइटिंग सिस्टम का अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) नहीं मिला है. अस्पताल प्रबंधन के द्वारा इसके लिए आवेदन नहीं किए जाने पर सवाल उठ रहे हैं.
रांची सदर अस्पताल
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एनओसी के लिए नहीं हुआ है अप्लाई: झारखंड अग्निशमन के एक पदाधिकारी ने बताया कि सदर अस्पताल के नए भवन के फायर फाइटिंग का NOC अभी तक नहीं दिया गया है क्योंकि इसके लिए अप्लाई ही नहीं किया है. जिस वजह से NOC तो क्या इतने बड़े अस्पताल के लिए अग्निशमन का एडवाइजरी भी जारी नहीं हुई है. ऐसे में इतनी बड़ी लापरवाही को लेकर सवाल उठ रहे हैं.