रांची: राजधानी रांची के न्यू मधुकम का रहने वाला सुरेश वर्मा के पुत्र रोहित कुमार का चयन जापान के सकुरा साइंस एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए हुआ है. गौरतलब है कि रोहित के पिता हरमू रोड में एक ठेले पर चाय की दुकान चलाते हैं. रोहित भी समय-समय पर पिता का हाथ बंटाता है. मारवाड़ी प्लस टू के छात्र रोहित का चयन शिक्षा विभाग द्वारा इस प्रोजेक्ट के लिए किया गया है. आर्थिक तंगी के बावजूद रोहित जैसे विद्यार्थी वाकई अपने दम पर बेहतर कर रहे हैं.
परिंदे की तरह आसमान छूने की चाह रखने वालों को ही मंजिल मिलती है और यह साबित किया है रांची के न्यू मधुकम के रहने वाले और मारवाड़ी प्लस टू स्कूल के छात्र रोहित कुमार ने. पढ़ाई के बाद वक्त निकालकर रोहित शाम में चाय की दुकान पर पिता का हाथ भी बंटाता है. रोहित का चयन जापान के सकुरा साइंस एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए हुआ है. इस प्रोग्राम में वो झारखंड के शैक्षणिक स्थिति पर अपनी बात रखेगा और भारत का प्रतिनिधित्व करेगा.
रोहित के पिता सुरेश वर्मा की चाय की दुकान पर ही हमारी टीम के साथ रोहित की बातचीत हुई. इस दौरान रोहित में जो जज्बा दिखा वाकई काबिले तारीफ है. रोहित के पिता ने भी उसे अच्छी शिक्षा के साथ-साथ संस्कार भी अच्छे दिए हैं. किसी भी काम को छोटा न समझने वाले रोहित और रोहित के परिवार के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है. अपनी प्रतिभा के बल पर इतने बड़े प्रोग्राम के लिए चयनित होने वाले रोहित ने अपने परिवार के साथ-साथ स्कूल और राज्य का नाम भी रोशन किया है.
पिता चलाते हैं चाय की ठेला
बता दें कि रोहित के पिता पिछले 10 वर्षों से हरमू रोड में एक चाय की दुकान चलाते हैं और इसी दुकान से भरण-पोषण भी परिवार का होता है. खाली वक्त पर रोहित भी शाम के वक्त दुकान आता है और पिता का हाथ बंटाता है. सरकारी खर्चे पर रोहित जापान जाएंगे और आयोजित विभिन्न व्याख्यान में शामिल भी होंगे.