रांची: राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में बना नया शवगृह बेकार पड़ा हुआ है. इसमें लगे लाखों के अत्याधुनिक उपकरण बेकार हो रहे हैं. लगभग तीन वर्ष पूर्व करोड़ों की लागत से बनाया गया था मुर्दाघर. लेकिन अभी तक स्वास्थ्य विभाग और रिम्स प्रशासन द्वारा इसकी सुध नहीं ली गई है.
मुर्दाघर तक पहुंचने में होती है परेशानी
इसको लेकर हमने जब रिम्स अधीक्षक विवेक कश्यप से बात की तो उन्होंने बताया कि रिम्स के पीछे वाले इलाके में बना यह नया मुर्दाघर आज भी इसलिए बंद पड़ा है क्योंकि इस नवनिर्मित शवगृह तक पहुंचने के लिए अब तक पहुंच पथ नहीं बन पाया है. जिस कारण इस नवनिर्मित शवगृह तक जाना संभव नहीं हो पाता है.
जल्द चालू करने का प्रयास
जिसको लेकर रिम्स के निदेशक डीके सिंह के द्वारा कुछ दिन पूर्व निरीक्षण भी किया गया था और उच्च अधिकारी को इसकी सूचना दी गई है, ताकि जल्द से जल्द अत्याधुनिक उपकरणों से लैस नया मुर्दाघर सुचारू रूप से चालू हो सके.
कई उपकरणों में लगे जंग
जानकारी के अनुसार, पिछले तीन वर्षों से बंद पड़े रहने के कारण नए शवगृह के सभी उपकरण बेकार हो गए हैं. कई वर्षों से बंद रहने के कारण कई उपकरणों में जंग भी लग गए हैं और काम करना भी बंद कर दिया है.
शव गृह में चूहे ने बना लिया है अपना घर
वर्षों से बंद पड़े नवनिर्मित शवगृह में लगे डीप फ्रीजर और अत्याधुनिक उपकरण में चूहों ने अपना घर बना लिया है. शव गृह के आस-पास जंगल होने के कारण चूहे लगातार मुर्दाघर में लगे उपकरणों को बर्बाद कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें-गड्ढे में ऑटो पलटने से 6 से ज्यादा लोग घायल, शादी समारोह से लौट रहे थे सभी
पुराने मुर्दाघर में खराब पड़े हैं कई उपकरण
बता दें कि जहां करोड़ों की लागत से बना नवनिर्मित शव गृह बेकार पड़ा है. जिस कारण अभी भी पुराने मुर्दे घर में लगा खराब डीप फ्रीजरों में ही शवों को रखे जाते हैं. लावारिस शव होने के कारण कई शवों को कई दिनों तक रखना पड़ता है और डीप फ्रीजर के खराब होने की वजह से शव असहनीय दुर्गंध करने लगते हैं. जिस कारण पोस्टमार्टम परिसर में मौजूद लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.