गुड गवर्नेंस के नाम पर बदल दिए गए रिम्स के 13 विभागों के HOD, कई वरिष्ठ डॉक्टर दे सकते हैं इस्तीफा
रिम्स के 13 विभागों के HOD बदल दिए गए हैं. इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने दी. विभाग बदलने के बाद कुछ डॉक्टर नाराज बताए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि वे इस्तीफा देने का मन बना चुके हैं.
RIMS changed HOD of 13 departments
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Published : Dec 31, 2021, 8:48 PM IST
रांची: रिम्स में गुड गवर्नेंस के नाम पर वर्षो पुरानी और स्थापित परंपरा को तोड़ते हुए 13 विभागों के HOD बदल दिए गए हैं, नए विभाग अध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे रिम्स में सुलभ और बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था सुनिश्चित करें.
स्वास्थ्य मंत्री ने दी रिम्स के 13 विभागों में HOD बदलने की जानकारी
रिम्स के 13 विभागों के HOD बदल दिए गए. इसके बाद जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि रिम्स में कई वर्षो से एचओडी का बदलाव नहीं किया गया था, इस बदलाव के बाद उम्मीद है कि नए ऊर्जा और प्लानिंग के साथ सारे एचओडी काम करेंगे. उन्होंने नवनियुक्त सभी एचओडी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि रिम्स की व्यवस्था में सकारात्मक सुधार लाने के लिए आप सभी सामुहिक रूप से पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ काम करें. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सभी को मिलकर रिम्स की सूरत बदलनी हैं, हमें मरीजों को सुलभ और व्यवस्थित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करना है और साथ ही रिम्स में एक सौहार्दपूर्ण वातावरण भी तैयार करना है.
रिम्स मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन ने किया इस फैसले का विरोध रिम्स चिकित्सा शिक्षक संघ के सचिव डॉ प्रभात कुमार ने इसे गलत बताते हुए कहा कि एक स्थापित परंपरा को तोड़कर इस तरह की व्यवस्था करने से वरिष्ठ डॉक्टर हतोत्साहित होंगे और उसका असर उनकी कार्यक्षमता पर पड़ेगा.
सेवानिवृत्त हुई डॉ मिनी रानी अखौरी बनाई गईं रिम्स शिशु रोग विभाग की Hod आज स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की ओर से जो लिस्ट जारी की गई है उसके अनुसार डॉ मिनी रानी अखौरी को शिशु रोग विभाग का Hod बनाया गया, जबकि आज ही लंबी सेवा के बाद डॉ मिनी रानी अखौरी रिटायर हुई हैं.
क्या कहते हैं झारखंड IMA के प्रदेश अध्यक्ष आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर एके सिंह ने ईटीवी भारत से कहा कि हम सभी चाहते हैं कि मेडिकल कॉलेजों में व्यवस्था सुधरे ऐसे में इस फैसले से विभाग के सीनियर डॉक्टर हतोत्साहित होंगे. डॉ एके सिंह ने कहा कि उनके विचार से इसका कोई अच्छा असर नहीं होगा बल्कि डॉक्टर हतोत्सहित होंगे.
जानिए, किस विभाग के कौन बने Hod
विभाग
एचओडी
बायोकेमिस्ट्री
डॉ बेला रोज एक्का
माइक्रोबायोलॉजी
डॉ अशोक कुमार शर्मा
पीएसएम
डॉ विद्यासागर
शिशु रोग
डॉ मिन्नी रानी अखौरी
सर्जरी
डॉ शीतल मलुवां
शिशु शल्य
डॉ अभिषेक रंजन
अस्थि जोड़
डॉ विजोय कुमार
न्यूरोसर्जरी
डॉ चन्द्र भूषण सहाय
रेडियोलॉजी
डॉ पारस नाथ राम
निश्चेतना
डॉ लाधु लकड़ा
कार्डियोलॉजी
डॉ प्रकाश कुमार
रेडियोथैरेपी
डॉ रश्मि सिंह
यूरोलॉजी
डॉ राणा प्रताप सिंह
03 साल का होगा कार्यकाल रोटेशन के आधार पर बनाए गए एचओडी का कार्यकाल तीन वर्ष का होगा. रोटेशन के आधार पर एचओडी बनाने को लेकर रिम्स के वरीय डॉक्टरों में विरोध के स्वर भी फूटने लगे हैं. अभी नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कुछ डॉक्टरों ने कहा कि कई विभागों में मनमाफिक खरीदारी में हो रही परेशानी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. यही वजह है कि मनमाफिक काम करने वाले कुछ विभागों के एचओडी रोटेशन के आधार पर भी नहीं बदले गए हैं, तो कई ख्यातिप्राप्त डॉक्टर्स इस्तीफा देने का भी मन बना रहे हैं.