रांचीः कोरोना संक्रमित मरीजों (Corona Infected Patients) में ब्लैक फंगस (Black Fungus) के संक्रमण की वजह जानने के लिए राज्य के सबसे बड़े मेडिकल संस्थान रिम्स (RIMS) में म्यूकर इंफेक्शन इन कोविड-19 पेशेंट (Mucor infection in covid-19 patient) विषय पर रिसर्च हो रहा है. रिपोर्ट आने में अभी कुछ वक्त लगेगा. लेकिन प्रारंभिक जानकारी के अनुसार ज्यादातर अस्पतालों में मरीजों के इलाज के दौरान स्टेरॉयड (Steroids) का अत्यधिक इस्तेमाल इसकी मुख्य वजह हो सकता है.
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रिम्स निदेशक के निर्देश पर हो रहा रिसर्च
रिम्स क्रिटिकल केयर के हेड डॉ. प्रदीप भट्टाचार्या (Dr. Pradeep Bhattacharya, Head, RIMS Critical Care) ने बताया कि अब तक जितने म्यूकरमाइकोसिस (Mucormycosis) के मरीज रिम्स में भर्ती हुए हैं उनमें वैसे मरीज जिनका रिम्स में कोरोना का इलाज हुआ हैं उनकी संख्या काफी कम है.
इसकी वजह यह है कि रिम्स में कोरोना के सेकेंड वेव (Corona Second Wave) में जो मरीज इलाज के लिए भर्ती हुए उनके मेडिसीन मैनेजमेंट में WHO और ICMR की गाइडलाइन का पूरी तरह पालन किया गया. रिम्स में स्टेरॉयड का उपयोग भी बेहद सावधानी से किया गया. जबकि कई निजी मेडिकल संस्थाओं ने मरीजों की जान बचाने के लिए डेक्सामेथासोन (Dexamethasone) की जगह अन्य स्टेरॉयड का भी इस्तेमाल किया.