रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की है. भारतीय जनता पार्टी ने झामुमो के फैसले का स्वागत किया है. वहीं कांग्रेस ने कहा है कि यह झामुमो का फैसला है. इससे सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
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राष्ट्रपति पद के लिए NDA की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को झामुमो के समर्थन के फैसले का स्वागत करते हुए झारखंड भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से पूरे देश में NDA उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन मिल रहा है. उससे साफ है कि उनकी प्रचंड जीत तय है. उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू का व्यक्तित्व और वंचित समाज से होने के कारण लोगों का रुझान उनके प्रति है. आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पर वंचित समाज का व्यक्ति अगर देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होता है तो इससे अच्छा क्या होगा.
बीजेपी-कांग्रेस की प्रतिक्रिया
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा ने कहा कि जहां तक झारखंड मुक्ति मोर्चा की बात है उन्होंने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने की घोषणा की है, भारतीय जनता पार्टी उनके फैसले का समर्थन और आभार व्यक्त करती है. उन्होंने कहा कि गठबंधन की सीमाओं से बाहर जाकर भी झारखंड मुक्ति मोर्चा ने द्रौपदी मुर्मू का समर्थन किया है यह एक सराहनीय और परिपक्व कदम है. उन्होंने कहा कि जिस तरह गठबंधन की सीमा से भी बाहर निकलकर लोग NDA उम्मीदवार को समर्थन कर रहे हैं उससे साफ है कि 18 जुलाई को जब राष्ट्रपति पद के लिए मतदान होगा तो भारत के बेहतर भविष्य के रूप में द्रौपदी मुर्मू की जीत होगी.
यह झामुमो का फैसला, हम चाहते थे कि गांधीवादी विचारधारा के साथ रहे झामुमोःझामुमो के द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा कोई भी निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र है और शिबू सोरेन ने यह फैसला लिया है यह उनकी पार्टी का फैसला है.
राकेश सिन्हा ने कहा कि हमारा गठबंधन झामुमो के साथ राष्ट्रपति चुनाव के लिए नहीं था बल्कि राज्य के विकास के लिए चुनावी गठबंधन हुआ है और राज्य में महागठबंधन की सरकार राज्य के विकास का काम कर रही है. राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस चाहती थी कि उनकी सहयोगी झामुमो, राष्ट्रपति चुनाव में गांधीवादी विचारधारा के साथ रहे.