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झारखंड में बढ़ी नक्सलियों की सक्रियता, बीजेपी ने कहा- पावर सिस्टम में आ गए हैं नक्सली विचारधारा के समर्थक

झारखंड की नक्सल गतिविधियों पर सरकार में शामिल दल और विपक्ष ने प्रतिक्रिया दी है. जेएमएम और कांग्रेस ने कहा कि वर्तमान में नक्सल घटनाओं में कमी आई है. तो वहीं बीजेपी ने कहा कि नक्सली विचारधारा के समर्थक पावर सिस्टम में आ गए हैं.

reaction  of leaders
नेताओं का बयान

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Published : Oct 6, 2020, 3:31 PM IST

Updated : Oct 6, 2020, 6:31 PM IST

रांची: झारखंड में गठबंधन की सरकार बनने के बाद विपक्ष की भारतीय जनता पार्टी लगातार कई मुद्दों को लेकर सरकार पर हमला बोलते रही है. ऐसे में भाजपा का सीधे तौर पर आरोप है कि हेमंत सरकार में नक्सली एक्टिविटी बढ़ गई है. क्योंकि नक्सलियों की विचारधारा को समर्थन करने वाले लोग पावर में आ गए.

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दरअसल झारखंड में हेमंत सरकार बनने के बाद ही कोरोना संक्रमण ने भी दस्तक दे दिया. जिसके बाद विकास के कार्य जहां बाधित हुए तो वहीं नक्सली और उग्रवादी भी एक्टिव हो गए हैं. लॉकडाउन खत्म होने के बाद अब नक्सली निर्माण कार्य में लगे लोगों से लेवी की वसूली के लिए दबाव भी बनाने लगे हैं. जिसका खुलासा नक्सली गतिविधियों से संबंधित खुफिया विभाग ने अपनी रिपोर्ट में की है. झारखंड पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी आंकड़े के अनुसार वर्ष 2020 में वर्ष 2019 की तुलना में नक्सलियों की तरफ से किए गए हत्या के मामले कम हुए हैं. लेकिन खुफिया रिपोर्ट के तहत सक्रियता, लेवी के लिए धमकियां और पोस्टर बाजी की घटनाएं बढ़ गई हैं. झारखंड में नक्सल गतिविधियों को लेकर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने गठबंधन सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि नक्सली फिर से एक्टिव हो गए हैं. कभी बालूमाथ तो कभी तमाड़ के जंगलों में जन अदालत लगने की खबरें आ रही हैं. उन्होंने कहा कि नक्सलियों को इस सरकार में उनके विचारधारा का समर्थन करने वाला मिल गया है.

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    हालांकि सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस का साफ तौर पर कहना है कि राज्य में लंबे समय तक भाजपा की सरकार रही है और उनके कार्यकाल में ही ऐसे कई बड़ी नक्सली घटनाएं घटी है. जिसकी वजह से वह खुद शर्मसार हुए हैं, भाजपा अपने सरकार के कार्यकाल के पहले 9 महीने और अभी के गठबंधन के सरकार के 9 महीने में नक्सली घटना के आकड़ें देख लें सारा मामला साफ हो जाएगा. बहरहाल सत्ताधारी दल और विपक्ष के बीच नक्सल गतिविधियों को लेकर भले ही आरोप-प्रत्यारोप जारी है. लेकिन खुफिया एजेंसी द्वारा नक्सल गतिविधियों के रिपोर्ट से साफ हो गया है कि नक्सली घटनाएं कम हुई है लेकिन नक्सली सक्रियता बढ़ गई है.



    खुफिया रिपोर्ट के तहत जारी आकड़ें
  • चाईबासा जिले के गुदड़ी, गोइलकेरा और बुनुमाऊली में मार्टिन केरकेट्टा, जीदन गुड़िया के दस्ते के सक्रिय होने की सूचना है.
  • चतरा के सीमावर्ती इलाका और राजपुर में माओवादी आशीष, आलोक के दस्ते के सक्रिय होने की सूचना है.
  • पलामू में नक्सली संदीप यादव, अरविंद मुखिया के सीमावर्ती इलाके में सक्रिय होने की सूचना है, हरिहरगंज में भी माओवादियों के सक्रिय होने की खबर है.
  • खूंटी के सायको थाना क्षेत्र में निर्माण कार्य में लगे ठेकेदारों से लेवी के लिए नक्सली दबाव देने और धमकी देने की सूचना है.
  • सरायकेला खरसावां के कुचाई और दलभंगा ओपी क्षेत्र के इलाके में मोस्ट वांटेड नक्सली महाराज प्रमाणिक और अमित मुंडा के दस्ते के सदस्यों के सक्रिय होने की सूचना है.
  • गुमला में परमेश्वर गोप और पीएलएफआई के अन्य उग्रवादी दस्ते के सक्रिय होने की सूचना है.
  • कोडरमा के सातगावां में प्रद्युमन शर्मा के दस्ते की होने की सूचना है, इस दस्ते से पिछले 18 जून को मुठभेड़ भी हुई थी.
Last Updated : Oct 6, 2020, 6:31 PM IST

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