रांची:सोमवार देर रात रांची पुलिस (Ranchi Police) ने पिठोरिया थाना क्षेत्र के सांगा गांव में चल रहे एक मिनी गन फैक्ट्री (Mini Gun Factory) का खुलासा किया है. मौके से पुलिस ने कई अर्धनिर्मित हथियार भी बरामद किया है. रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम (Rural SP Naushad Alam) ने बताया कि हथियार तस्करी को लेकर मिली सूचना के आधार पर छापेमारी की गई थी. दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों हथियार निर्माण करते थे. दोनों के पास से कई हथियार भी जब्त हुए हैं. फिलहाल अभी करवाई जारी है, देर शाम तक पूरे मामले का खुलासा होगा.
जिला परिषद के सदस्य का भाई चला रहा आर्म्स फैक्ट्री
पूरे मामले में पुलिस की टीम ने जिला परिषद के सदस्य हकीम अंसारी के भाई फारूख अंसारी और जुगल लोहरा उर्फ बहरा को गिरफ्तार किया है. छापेमारी के दौरान पुलिस ने फैक्ट्री से एक अर्ध निर्मित सिंगल बैरल का पिस्टल, लड़की के बंदूक का ढांचा, भट्टी को गर्म करने वाली मशीन के अलावा देसी पिस्टल और कुछ गोलियां बरामद की हैं.
सांगा में चल रहा था मिनी गन फैक्ट्री, अर्धनिर्मित आर्म्स बरामद
रांची पुलिस ने अवैध मिनी गन फैक्ट्री (Mini Gun Factory) का खुलासा करने में कामयाबी हासिल की है. पुलिस ने छापेमारी के दौरान कई अर्धनिर्मित हथियार भी बरामद किए हैं साथ ही दो लोगों को गिरफ्तार भी किया है.
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देर रात हुई छापेमारी
पुलिस को यह जानकारी मिली कि पिठोरिया के सांगा गांव निवासी जुगल लोहरा उर्फ बहरा अवैध गन की फैक्ट्री चलता है. इस सूचना पर पुलिस की टीम ने आरोपी जुगल के घर पर छापेमारी की. इस दौरान पुलिस ने जुगल को गिरफ्तार किया. कड़ाई से हुई पूछताछ के बाद जुगल के निशानदेही पर पुलिस ने उसके घर से हथियार बरामद किया. पूछताछ में दोनों आरोपियों ने पुलिस के समक्ष अपना जुर्म स्वीकार किया है. पूछताछ में आरोपी जुगल और फारूख ने फैक्ट्री चलाने में सहयोग करने वाले अपने अन्य साथियों के नामों का भी खुलासा किया है. इधर, पुलिस आए हुए नामों का सत्यापन कर रही है.
फारूख और जुगल खुद बनाते थे अवैध हथियार
सांगा गांव निवासी आरोपी जुगल और करकट्टा गांव के फारूख हथियार बनाने के एक्सपर्ट हैं. दोनों मिलकर खुद ही अवैध हथियार का निर्माण करते हैं. इसके लिए जुगल और फारूख ने अपने घर पर हथियार निर्माण की सामग्री भी रखी है. पूछताछ में आरोपी जुगल ने पुलिस को बताया कि वह फारूख के साथ मिलकर नए हथियार का निर्माण के अलावा पुराने की मरम्मत का काम करता है. इसके बाद उन हथियारों को दोनों मिलकर बाजार में बेजते हैं.
पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तब खुलासा हुआ कि फैक्ट्री का संचालन करने में जिला परिषद सदस्य के भाई फारूख का भी हाथ है. इसके बाद पुलिस की टीम ने फारूख को दबोचने के लिए योजना बनायी. आरोपी जुगल लोहरा से उसे फोन करवाया और कहा कि हथियार खरीदने के लिए पार्टी आया है. करकट्टा के समीप जंगल में जुगल ने उसे बुलाया. इसके बाद पुलिस की टीम सादे लिबास में जंगल में छिप गई. जंगल में मौजूद आरोपी जुगल के पास जैसे ही फारूख पहुंचा. पुलिस की टीम ने उसे चारों ओर से घेर लिया और फारूख को दबोच लिया. तलाशी के दौरान उसके पास से एक देसी पिस्टल, दो गोली के अलावा अन्य हाथियार भी बरामद हुए.