रांचीःराजधानीरांची में जमीन माफिया और अपराधियों का गठजोड़ सक्रिय है. इससे आए दिन जमीन विवाद को लेकर लोगों को जान गंवानी पड़ रही है. रांची पुलिस इन अपराधियों पर नकेल कसने में नाकाम साबित हो रही है. स्थिति यह है कि पिछले एक महीने के भीतर राजधानी में कई हत्या की वारदात हुई है. इन हत्याओं के पीछे जमीन विवाद सामने आया है. लेकिन रांची पुलिस पांच घटनाओं में सिर्फ एक घटना को अंजाम देने वाले अपराधी को गिरफ्तार कर सकी है.
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28 मार्च को रांची के बरियातू इलाके में एक बुजुर्ग महिला की जमीन विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी गई. 14 अप्रैल को चान्हो इलाके में जमीन विवाद में एक भतीजे ने अपने चाचा की हत्या कर दी. 16 अप्रैल को हिंदपीढ़ी में जमीन कारोबारी रिंकू खान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. 22 अप्रैल को मुन्ना सिंह नामक व्यक्ति को जमीन विवाद में गोली मार दी गई. 25 अप्रैल को रांची के कांके थाना क्षेत्र में जमीन कारोबारी पंचम लोहरा को अपराधियों ने गोली मार दी. पंचम लोहरा और मुन्ना सिंह दोनों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. हालांकि, दोनों की स्थिति गंभीर बनी हुई है. लेकिन मुन्ना सिंह और पंचम लोहरा को गोली मारने वाले अपराधी पुलिस गिरफ्त से दूर है. हालांकि, पुलिस ने बताया कि इन वारदातों में बड़े अपराधी गिरोह का हाथ है, जो जमीन के धंधे से जुड़े हैं.
राजधानी में जमीन को लेकर खून खराबे के पीछे सबसे बड़ी वजह जमीन के धंधे में बड़े अपराधियों का शामिल होना है. अपराधियों ने जमीन के धंधे को अपना पेशा बना लिया है. हर छोटे बड़े अपराधी अब जमीन के धंधे में पांव पसार रहे हैं. कुख्यात अपराधी से लेकर छुटभैये अपराधी जेल से छूट कर सीधे जमीन के धंधे में जुड़ रहे हैं. कई कुख्यात अपराधी जमीन का व्यवस्थित तरीके से व्यवसाय कर रहे हैं तो कुछ अपराधी जमीन कारोबारियों के लिए कब्जा दिलाने का ठेका ले रहे हैं. जमीन के कारोबार में अपराधियों के इस तरह की संलिप्तता से पुलिस की परेशानी बढ़ा दी है.
संदीप थापा और बिट्टू मिश्रा जेल से निकलने के बाद सफेदपोश का जीवन जी रहे हैं. पुलिस को लगता है कि ये अपराधी अपराध की दुनिया से नाता तोड़ लिया है. लेकिन हर बड़े जमीन के प्रोजेक्ट के पीछे इन्हीं का दिमाग लगा हुआ है. रांची के रातू , मांडर, नगड़ी, हटिया, नामकुम और चान्हो में इन अपराधियों के जमीन के प्रोजेक्ट चल रहे हैं. पुलिस को जानकारी मिली है कि रांची के बड़े अपराधी जमीन माफियाओं से सांठगांठ कर जमीन मालिक को डराने धमकाने से लेकर जरूरत पड़ने पर उन्हें रास्ते से हटाने तक का काम कर रहे हैं. जमीन के कारोबार में अपराधियों की सक्रियता बढ़ने के बाद रांची पुलिस अब जमीन कारोबार में कूदे अपराधियों का डेटाबेस तैयार करने में जुट गई है. इसको लेकर सभी थाना क्षेत्रों में सक्रिय अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है. रांची डीआईजी अनीश गुप्ता ने बताया कि हाल के दिनों में जितने भी वारदातें हुई हैं. इसके पीछे जो लोग हैं, उनकी जांच-पड़ताल की जा रही है. शीघ्र ही अपराधी को गिरफ्तार किया जाएगा.
साल 2022 के जनवरी महीने से लेकर अब तक जमीन विवाद को लेकर लगभग आधा दर्जन से अधिक हत्या के वारदातों को अंजाम दिया गया है. वहीं लगभग एक दर्जन से अधिक बार गोलिया चली है, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं. डीआईजी ने कहा कि जमीन विवाद में जितनी भी घटनाएं हुई है, इसकी गहन जांच की जा रही है. इसमें किसी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा.