रांची: रांची नगर निगम के जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि पदाधिकारियों की लापरवाही की वजह से निगम को नुकसान उठाना पड़ रहा है. बोर्ड की बैठक नहीं होने की वजह से भी कई मामलों पर पर्दा पड़ा हुआ है. जबकि पदाधिकारियों ने दावा किया है कि कोई भुगतान नहीं हुआ है और कंपनी के भुगतान के समय कटौती की जाएगी. दरअसल रांची नगर निगम ने प्राइमरी कचरा कलेक्शन के लिए सीडीसी एजेंसी के साथ एग्रीमेंट किया है. जिसके तहत डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का काम सीडीसी को करना है.
कचरा उठाव में परेशानी
कंपनी को काम मिले 8 महीने बीत चुके हैं. लेकिन अबतक कंपनी के द्वारा पूरा काम शुरू नहीं किया गया. जिसकी वजह से नगर को सीडीसी के हिस्से का काम भी करना पड़ रहा है. शहर के कई इलाकों में कचरा उठाव में परेशानी हो रही है. जबकि सीडीसी को 214 छोटे वाहन दिए गए हैं. वहीं, निगम के ट्रैक्टरों का भी कचरा उठाव में इस्तेमाल किया जा रहा है. भाड़े के ट्रैक्टरों का भुगतान निगम को करना होता है और ईंधन का खर्च भी निगम उठता है.
सभी घरों से नहीं उठ पा रहा कचरा
रांची नगर निगम के जनप्रतिनिधियों का कहना है कि कंपनी अपना काम नहीं कर रही है. निगम को अपनी गाड़ियों का इस्तेमाल करना पड़ता है जो निगम का आर्थिक बोझ बढ़ाता है. डिप्टी मेयर संजीव विजयवर्गीय ने कहा कि कंपनियों के द्वारा अबतक पूरी तरह काम भी शुरू नहीं किया जा सका है. जिसकी वजह से सभी घरों से कचरा नहीं उठ पा रहा है. कंपनी को काम कैसे दिया गया है, भुगतान क्या हो रहा है इसका सही जवाब नगर आयुक्त दे पाएंगे. लेकिन इन सबके का विश्लेषण बोर्ड के अलावा कहीं नहीं हो सकता है. बोर्ड की बैठक जल्द बुलानी चाहिए ताकि इन विसंगतियों को दूर किया जा सके और रांची की जनता को साफ सफाई माहौल मुहैया कराते हुए बिना काम के कंपनियों को दिए जा रहे लाभ को रोका जा सके.
ये भी पढ़ें:चौथी बार मेयर के आहूत बैठक में नदारद रहे RMC पदाधिकारी, कहा- ऐसी हरकत से भ्रष्टाचार की आ रही है बू
भुगतान के समय काटा जाएगा पैसा
इस पूरे मसले पर उप नगर आयुक्त रजनीश कुमार ने कहा है कि सीडीसी को कचरा उठाव की जिम्मेवारी दी गई है और कंपनी के द्वारा काम भी किया जा रहा है. हालांकि कुछ समस्या अब भी है. जिसे दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होने स्पष्ट किया है कि सीडीसी को वर्तमान में निगम के तरफ से 214 गाड़ियां दी गई हैं लेकिन लगभग 50 गाड़ियां खराब होने के कारण ट्रैक्टर सीडीसी को दिए गए हैं. उसका पैसा कंपनी को भुगतान के समय काटा जाएगा. उन्होंने कहा कि फिलहाल कंपनी को कोई भुगतान नहीं किया गया है.
निगम के द्वारा ट्रैक्टर सीडीसी को उपलब्ध कराया जा रहा है, ये बात अधिकारी भी मानते हैं. लेकिन यह व्यवस्था शहर की सफाई के लिए ही किए जाने का हवाला दिया गया है. साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि फिलहाल कंपनी को कोई भुगतान नहीं किया गया है और भुगतान के समय कटौती की जाएगी.