रांची: झारखंड सरकार की इकाई होने के बावजूद नगर निगम के सर्वोच्च पद पर बैठी मेयर लगातार सरकार के कार्यशैली पर ही सवाल खड़ा कर रही हैं. मेयर ने गर्मी के समय जहां पानी की व्यवस्था और सेनेटाइजेशन के लिए राशि आवंटन करने की मांग की थी, तो वहीं वर्तमान में बड़ा तालाब की सफाई के लिए भी राशि की मांग की है. लेकिन साथ ही उन्होंने सुडा की ओर से टेंडर निकाले जाने पर सरकार पर नगर निगम के अधिकारों का हनन किए जाने का आरोप लगाया है. अगर यह आरोप प्रत्यारोप चलता रहा तो इसका सीधा नुकसान यहां की जनता को उठाना पड़ेगा.
निगम बना राजनीति का अड्डा, गठबंधन सरकार और बीजेपी मेयर आमने-सामने - रांची नगर निगम की खबरें
मेयर आशा लकड़ा लगातार सरकार की कार्यशैली पर ही सवाल खड़ा कर रही हैं. उन्होंने सुडा की ओर से टेंडर निकाले जाने पर सरकार पर नगर निगम के अधिकारों का हनन किए जाने का आरोप लगाया है.
रांची नगर निगम
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'निगम सरकार पर ही निर्भर है'
मेयर आशा लकड़ा का कहना है कि पिछली सरकार में निगम को जो भी जरूरत थी. उसकी मांग की जाती थी तो वह पूरा किया जाता था. लेकिन इस सरकार में उनके हक अधिकार को भी छीनने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि निगम राजनीति नहीं कर रही है, बल्कि जरूरत के हिसाब से मांग कर रही है, क्योंकि निगम सरकार पर ही निर्भर है.