रांची: कोरोना वैक्सीनेशन में रांची जिला ने रिकॉर्ड बनाया है. मोबाइल वैन के माध्यम से टीकाकरण के कार्य में अब तक एक लाख से अधिक लोगों को कोरोना का टीका लगाया जा चुका है. एक लाख से अधिक लोगों को मोबाइल वैन के माध्यम से टीकाकरण करने वाला रांची राज्य का पहला जिला बन गया है.
इसे भी पढे़ं: भारत में एंडेमिक बनने की राह पर है कोविड : टीका विशेषज्ञ
रांची जिला में विशेष चलंत टीकाकरण अभियान की शुरुआत 28 मई 2021 को की गई थी. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने इस अभियान की शुरुआत की थी. 28 मई से 10 अक्टूबर 2021 तक जिला में मोबाइल वैक्सीनेशन के माध्यम से अब तक एक लाख से ज्यादा लोगों का टीकाकरण किया है.
2 मोबाइल वैन से वैक्सीनेशन की शुरुआत
रांची जिला में मोबाइल वैक्सीनेशन की शुरुआत 2 मोबाइल वैन से की गई थी. स्वास्थ्य मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर मोबाइल वैन को रवाना किया था. इसके बाद जिला प्रसाशन 9 और मोबाइल वैन बढ़ाए. वर्तमान में कुल 11 मोबाइल वैन के माध्यम से रांची के अलग-अलग जगहों पर लोगों को कोविड-19 का टीका दिया जा रहा है.
मोबाइल वैक्सीनेशन के लिए बनाया गया कंट्रोल रूम नंबर
मोबाइल वैन के माध्यम से कोविड-19 टीकाकरण के लिए रांची जिला में कंट्रोल रूम नंबर भी बनाया गया है. 7546028221 पर कॉल कर लोग मोबाइल वैक्सीनेशन के लिए आग्रह कर सकते हैं. एक स्थान पर 50 से ज्यादा लोग होने पर जिला प्रशासन द्वारा उस स्थान पर मोबाइल वैन के माध्यम से टीकाकरण का कार्य कराया जाता है.
इसे भी पढे़ं: कोरोना टीका को लेकर आपके मन में भी है सवाल तो जरूर पढ़ें ये खबर
अब तक 1804 स्थानों पर किया गया टीकाकरण
मोबाइल वैन के माध्यम से रांची जिला में 28 मई 2021 से 10 अक्टूबर 2021 तक अब तक कुल 1804 स्थानों पर टीकाकरण का कार्य किया गया है. इस दौरान एक लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 टीका दिया गया.
यहां-यहां पहुंची मोबाइल वैक्सीनेशन की टीम
जिला प्रशासन की मोबाइल वैक्सीनेशन की टीम अब तक करीब 2000 स्थानों पर पहुंच चुकी है. एक लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 टीका लगाए जाने के दौरान यह टीम वृद्धा आश्रम, सीआईपी कांके, फुटपाथ दुकानदार, ब्लाइंड स्कूल, स्लम एरिया, पूजा पंडाल, दिव्यांगजनों सहित विभिन्न मुहल्लों में पहुंची. वैसे बुजुर्ग जो चलने फिरने में असमर्थ थे, उनके घर तक जिला प्रशासन की टीम पहुंची. साथ ही ऑटो चालकों का भी मोबाइल वैन के माध्यम से टीकाकरण किया गया.
इसे भी पढे़ं: वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी कोरोना संक्रमण का खतरा, जानिए फिर भी क्यों जरूरी है वैक्सीन?
ट्रांसजेंडर का भी मोबाइल वैन के माध्यम से टीकाकरण
राज्य में रांची जिला ने सबसे पहले ट्रांसजेंडर के कोविड-19 वैक्सीनेशन की शुरुआत की. विभिन्न स्थानों पर मोबाइल वैन के माध्यम से ट्रांसजेंडर्स का भी टीकाकरण जिला प्रशासन की टीम द्वारा किया गया.
मोबाइल वैक्सीनेशन के पीछे यह था उद्देश्य
शुरुआत में कोविड-19 टीकाकरण को लेकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन और बड़ी आबादी के इंटरनेट फ्रेंडली नहीं होने के कारण मोबाइल वैक्सीनेशन की शुरुआत की गई. इसके पीछे जिला प्रशासन की सोच थी कि जल्द से जल्द लोगों को टीका उपलब्ध कराए जाएं.
वैक्सीनेशन कवरेज में भी रांची जिला अव्वल
कोविड-19 वैक्सीनेशन कवरेज में रांची जिला पूरे राज्य में सबसे आगे है. इस मामले में राज्य के दूसरे जिले रांची से पीछे हैं. रांची जिला में 14 लाख से ज्यादा फर्स्ट डोज और करीब 6 लाख सेकंड डोज लोगों को दिया जा चुका है. cowin.gov.in पर वैक्सीनेशन स्टैटिसटिक्स पर इससे संबंधित अपडेट जानकारी प्राप्त की जा सकती है.
इसे भी पढे़ं:वैक्सीनेसन सेंटर अब आपके वर्क प्लेस पर! जानिए नियोक्ता कैसे अपने कर्मियों को दे सकते हैं इसका लाभ
हार्ड वर्क के साथ स्मार्ट वर्क भी
कोविड-19 टीकाकरण में रिकॉर्ड बनाने के बाद उपायुक्त छवि रंजन ने खुशी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की वैक्सीनेशन टीम ने कड़ी मेहनत की है. मौसम जैसा भी भी रहा हो टीम वक्त पर पहुंची और कई बार हालात के हिसाब से टीम ने कार्य किया. उपायुक्त ने टीम में शामिल सभी पदाधिकारी, कर्मी का आभार जताते हुए कहा कि भविष्य में भी उनसे इसी तरह के टीम वर्क की उम्मीद है, ताकि रांची जिला और उपलब्धि हासिल करता रहे. उपायुक्त ने कहा शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त होने तक अभियान जारी रहेगा.