रांची:रांची पुलिस ने वांटेड क्रिमिनल धनंजय प्रधान को गिरफ्तार कर लिया है. कुख्यात धनंजय प्रधान उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के नाम पर कारोबारियो से रंगदारी की डिमांड कर रहा था. कांटा टोली फ्लाईओवर का निर्माण कर रही कंपनी से लेकर एक कारोबारी से एके-47 रंगदारी मांगने में प्रधान की भूमिका सामने आई है. धनंजय प्रधान के ऊपर राजधानी सहित राज्य के दूसरे थानों में 53 से अधिक मामले पहले से ही दर्ज है.
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पीएलएफआई के नाम पर मांगी रंगदारी:हाल के दिनों में राजधानी के कई थाना क्षेत्रों में उग्रवादी संगठन पीएलएफआई के नाम पर व्हाट्सएप कॉल के जरिए धमकी देकर रंगदारी की डिमांड की जा रही थी. धुर्वा के रहने वाले जितेंद्र शर्मा से भी रंगदारी के तौर पर 15 लाख रुपए की डिमांड की जा रही थी. जितेंद्र शर्मा की कंपनी के द्वारा रांची में फ्लाईओवर का निर्माण करवाया जा रहा है. इसी वजह से उसे लगातार रंगदारी की डिमांड की जा रही थी.
गुप्त सूचना पर हुई कार्रवाई: उग्रवादी संगठन के नाम पर रांची के नामकुम, धुर्वा और नगड़ी इलाके से भी लगातार धमकी देने के मामले सामने आ रहे थे. मामले की गंभीरता को देखते हुए रांची के सीनियर एसपी ने ग्रामीण एसपी के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर मामले में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने का टास्क दिया. इसी बीच टास्क फोर्स में शामिल नामकुम थाना प्रभारी सुनील तिवारी को यह सूचना मिली की उग्रवादी संगठन के नाम पर जो भी रंगदारी की डिमांड की जा रही है उसे कुख्यात अपराधी धनंजय प्रधान के द्वारा अंजाम दिया जा रहा है. जानकारी ये भी मिली कि वर्तमान समय में धनंजय प्रधान राजधानी में ही अपना ठिकाना बनाए हुए है. जिसके बाद पुलिस की एक विशेष टीम ने धनंजय प्रधान की रेकी करते हुए उसे धर दबोचा।.धनंजय के पास से पुलिस ने 7 मोबाइल बरामद किए हैं इन्हीं मोबाइल से वह रंगदारी मांगा करता था.
शातिर अपराधी है धनंजय प्रधान:धनंजय प्रधान उर्फ आदित्य सिंह झारखंड के अपराध जगत का जाना माना नाम है, खासकर 2006 से लेकर 2015 तक रांची में बहुत ज्यादा सक्रिय था. रांची सहित राज्य के दूसरे जिलों में उस पर 53 से भी अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पूछताछ जारी:रांची के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने बताया कि धनंजय प्रधान के द्वारा हाल के दिनों में एक दर्जन से अधिक लोगों से रंगदारी की डिमांड की गई है. उससे पूछताछ की जा रही है. जानकारी यह भी मिली है कि नामकुम के जिस कारोबारी से रंगदारी के रूप में एक के 47 मांगा गया था वह काम भी धनंजय प्रधान का ही था, इस संबंध में उससे पूछताछ की जा रही है.