रांचीः शराब कारोबारी बताकर उत्पाद विभाग की टीम की ओर से गिरफ्तार किए गए धनेश्वर मेहता की हिरासत में मौत (dhaneshwar mahato death case )मामले की उच्चस्तरीय जांच शुरू हो गई है. शनिवार को रिम्स में उसके शव का पोस्टमार्टम कराया गया. मजिस्ट्रेट निलिमा शशि डुंगडुंग की देखरेख में हुए मेडिकल बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया. प्रशासन की ओर से इसकी वीडियो रिकार्डिंग भी की गई.
पूरे मामले में सदर थाने की टीम द्वारा धनेश्वर के परिवार वालों का बयान भी दर्ज किया गया. लेकिन इसमें लीपापोती की जाने लगी है, आरोपी की मौत के बाद परिजन मारपीट के कारण मौत होने की बात कह रहे थे. लेकिन दर्ज किए गए बयान में इसका जिक्र नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि परिजनों पर पुलिस का दबाव है. फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है.
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शव परिजनों को सौंपा गया
पोस्टमार्टम के बाद धनेश्वर के शव को उनके परिजनों को सौंप दिया गया. जिसे लेकर परिजन सड़क मार्ग से शाम को हजारीबाग के इचाक चले गए, जहां अंतिम संस्कार किया जाएगा. इससे पहले शुक्रवार को गिरफ्तार अवैध शराब कारोबार के आरोपी धनेश्वर मेहता की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इसकी जानकारी मिलने के बाद परिजनों ने हंगामा किया था. परिजनों ने विभागीय टीम पर मारपीट कर हत्या करने का आरोप लगाया था. धनेश्वर की मौत मामले को लेकर उत्पाद विभाग की पूरी टीम बैकफुट पर है उत्पाद विभाग की तरफ से पूरे मामले को किसी तरह से मैनेज करने का प्रयास किया जा रहा है.
गिरफ्तारी के वक्त ही बिगड़ गई थी तबीयत
सदर थाने की पुलिस ने धनेश्वर मेहता की मौत के मामले में शनिवार को उसके भतीजे सुंदर कुमार का बयान दर्ज किया. सुंदर ने पुलिस के सामने बयान दिया कि उनके चाचा धनेश्वर मेहता को बीते 19 अगस्त को सुबह उत्पाद विभाग की टीम ने मधुकम स्थित आवास के पास से गिरफ्तार किया था. उस वक्त चाचा ने टीम से तबीयत खराब होने की बात कही. साथ ही क्यों और कहां ले जाने की बात भी पूछी थी, मगर टीम में शामिल लोगों ने उन्हें कोई जवाब नहीं दिया.