रांचीः रेल मंडल के डीआरएम कार्यालय में शुक्रवार को अचानक आपातकाल सायरन की आवाज गूंजने लगती है. आनन-फानन में अधिकारी कंट्रोल रूम की ओर दौड़ते हैं. पता चलता है कि मुरी जंक्शन से चलकर हटिया स्टेशन होते हुए संबलपुर जम्मू तवी जाने वाली ट्रेन हटिया स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई है. हालांकि बाद में पता चला कि रांची रेल मंडल और एनडीआरएफ ने संयुक्त मॉक ड्रिल का आयोजन किया है.
वीडियो में देखिए पूरी खबर शुक्रवार को रांची रेल मंडल में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब वहां के अधिकारियों को पता चला कि ट्रेन संख्या 8310 जो मुरी जंक्शन से चलकर हटिया स्टेशन होते हुए संबलपुर और जम्मू तवी जाती है, वह ट्रेन हटिया स्टेशन के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई है. इस ट्रेन में 11 लोगों की मौत हो गई 14 यात्री गंभीर रूप से घायल हुए हैं .वहीं 20 यात्री मामूली रूप से चोटिल हुए हैं.
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इस खबर को मिलते ही रेलवे के तमाम अधिकारी, पुलिस की टीम, एंबुलेंस, अस्पताल कर्मियों के अलावे बाहुबली क्रेन घटनास्थल पहुंची. इस मॉक ड्रिल के जरिए यह पता लगाने की कोशिश की गई की आपातकालीन स्थिति में रेलवे विभाग, पुलिस, एनडीआरएफ सहित रेलवे के स्वास्थ्य विभाग कितना मुस्तैद है. इस मॉक ड्रिल के दौरान रांची रेल मंडल के डीआरएम नीरज अम्बष्ट, आरपीएफ के कमांडेंट राजेश्वर सिंह और एनडीआरएफ के वरीय पदाधिकारी भी मौके पर मौजूद थे. वहीं कंट्रोल रूम का कमान परिचालन विभाग के वरीय अधिकारी नीरज कुमार संभाल रहे थे .रांची रेल मंडल का ये मॉक ड्रिल सफल रहा. तमाम विभाग काफी सतर्क दिखे और तमाम गतिविधियों को सही तरीके से पूरा किया गया.
इस तरह की मॉक ड्रिल को विभाग द्वारा अचानक किया जाता है. इसकी खबर किसी को नहीं रहती है. इसका मकसद हादसे से निपटने की तैयारियों और मुस्तैदी को परखना है. मॉक ड्रिल के बाद अधिकारी संतुष्ट दिखे.