रांची: पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास (Raghuvar das) ने रविवार को बीजेपी स्टेट हेड क्वार्टर में गठबंधन सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि झूठे वादे और नारों के आधार पर झामुमो-कांग्रेस ने सरकार बनाई है. उन्होंने युवाओं को बड़े-बड़े सब्जबाग दिखाए कि यह युवाओं की सरकार है और एक वर्ष में 5 लाख नौकरियां देंगे साथ ही खतियान के आधार पर स्थानीय नीति परिभाषित करेंगे. लेकिन सरकार ने अपने दोनों वादे पूरे नहीं किए हैं.
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रघुवर दास (Raghuvar das) ने कहा कि सरकार ने बेरोजगार युवाओं समेत पूरे झारखंडवासियों (people of jharkhand) को धोखा दिया है. उन्होंने ऐसी नीति बनाई कि कहीं से भी आकर झारखंड में 10वीं या 12वीं पास कर नौकरी पा सकते हैं. ऐसी असंवैधानिक नीति बनाई है कि जिसमें हर भाषा होगी लेकिन हिंदी नहीं रहेगी. ताकि नीति कानूनी उलझन में फंसी रहे और नियुक्तियां न हो सके. नियुक्ति हो भी तो नियुक्ति के व्यापार का रास्ता खुल सके. उन्होंने कहा कि नयी नियुक्ति नियमावली के माध्यम से झारखंड में बाहरी लोगों की नियुक्ति का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है. नये प्रावधान के बाद देश के किसी भी हिस्से में रहने वाला व्यक्ति सिर्फ झारखंड से 10वी और 12वीं की परीक्षा पास कर यहां नौकरी प्राप्त कर सकता है.
झारखंड में ट्रांसफर-पोस्टिंग एक उद्योग
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार झारखंड में ट्रांसफर-पोस्टिंग एक उद्योग बन गया है अब सरकार नियुक्तियों को भी उद्योग बनाना चाहती है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नयी नियुक्ति नियमावली यहां के जातिगत और भाषागत संरचना को नुकसान पहुंचाने की एक बड़ी साजिश रही है. उन्होंने कहा कि वे बांग्ला और ओडिया भाषा को शामिल करने का स्वागत करते हैं लेकिन राष्ट्र भाषा हिंदी की उपेक्षा बर्दाश्त करने योग्य नहीं है. उन्होंने कहा कि झारखंड के अधिकांश छात्र जनजातीय भाषा की बजाय हिन्दी भाषा में पढ़ते हैं. वर्तमान सरकार ने जानबूझकर हिन्दी को ही परीक्षा प्रक्रिया से बाहर कर दिया. ताकि यहां के छात्रों को नुकसान हो.