रांची:धुर्वा स्थित प्रभात तारा मैदान में शहरी गैस आपूर्ति परियोजना की शुरुआत करते हुए सीएम ने कहा कि आधुनिक भारत तभी बनेगा, जब झारखंड आधुनिक होगा. आधुनिक गैस की सुविधा मील का पत्थर साबित होगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्मेंद्र प्रधान ओडिशा से हैं. वह गरीबी को अच्छी तरह जानते हैं. 15 महीने में उन्होंने यह काम कर दिया. पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को मजबूत करने पर ध्यान दिया. चूल्हे से खाना बनाने के कारण माताएं-बहनें धुआं से परेशान रहती थीं.
30 लाख घरों तक पहुंचा एलपीजी
उद्घाटन कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि 'देश भर में 8 करोड़ से ज्यादा गरीब माताओं बहनों को उज्ज्वला गैस योजना के तहत लाभा प्राप्त हो चुका है. झारखंड में भी 43 लाख गरीब बहनों को गैस सिलिंडर देना है. जिसमें 30 लाख से ज्यादा गरीब बहनों को एलपीजी सिलिंडर दिया गया है. 30 सितंबर तक 10 लाख और गरीब लोगों के घर में गैस सिलिंडर पहुंचाने के लिए हमारी सरकार संकल्पित है.'
अब सेकेंड रिफिल का खर्च भी राज्य सरकार देगी
सीएम ने कहा कि 'रक्षाबंधन के अवसर पर राज्य के समस्त बहनों को एक तोहफा दिया था कि सेकेंड रिफिल का भी खर्च राज्य सरकार देगी. जिसकी आज शुरुआत जन्माष्ठमी के अवसर पर चाईबासा से हो रही है और ये काम लगातार चलता रहेगा. जो भी गरीब बहनें डबल रिफिल भराने में असमर्थ हैं, उनका पूरा पैसा राज्य सरकार वहन करेगी. प्रधानमंत्री के संकल्प को राज्य सरकार पूरा करेगी.
रघुवर दास ने कहा कि योजनाओं का लाभ जनता तक कैसे पहुंचे, इस पर काम हो रहा है. इसी कड़ी में यह काम भी हो रहा है. देश की जनता ने नई सोच के साथ आगे बढ़ने का निर्णय लिया है और विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण है ईंधन. शरीर को भी ईंधन की आवश्यकता होती है. इस लिए पेट्रोलियम मंत्रालय ने घर-घर तक ईंधन पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है. वह बधाई के पात्र हैं.
पानी नल की तर्ज पर गैस नल
सीएम ने कहा कि आनेवाले समय में लोगों को गैस सिलिंडर से भी मुक्ति मिल जायेगी. अब रांची में भी पानी नल की तरह गैस नल उपलब्ध है. किसी को सिलिंडर लाने की जरूरत नहीं है. यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है.
रांची जैसे शहर में भी लोगों की रसोई तक गैस की आपूर्ति हो रही है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है. वह लोगों के हितों के बारे में सोचते हैं. यही वजह है कि वर्ष 2014 के बाद वर्ष 2019 में भी मोदी जी की सरकार बनी. शपथ ग्रहण के बाद संसदीय कार्य की दृष्टि से जो काम हुआ, वह ऐतिहासिक है. सबसे अधिक विधेयक पास हुए.
सीएनजी के ऑटो चलेंगे तो बचेंगे पैसे
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की महिलाएं इतनी सक्षम हैं कि रानी मिस्त्री बनकर घर-घर शौचालय बना दिया. हर पंचायत में मिट्टी के डॉक्टर के रूप में महिलाएं हैं. उनके पास आधुनिक तकनीक हैं, जो एक दिन में तीन जांच करेंगी और हर महीने 14 हजार रुपये कमा लेंगी. शहर की सखी मंडल अब गैस का कनेक्शन और कलेक्शन में शामिल होंगी. पैसे कमायेंगी. सीएनजी के ऑटो चलेंगे, तो चालकों को पैसे की बचत होगी.