रांचीः रेडियो खांची 90.4 एफएम, रांची विश्वविद्यालय का सामुदायिक रेडियो स्टेशन अब "मिशन कोरोना और वैक्सीनेशन" के तहत कार्यक्रम करेगा. इसको लेकर वो कार्यक्रम बनाकर लोगों को जागरूक करेंगे. रेडियो खांची को यूनिसेफ और कम्युनिटी रेडियो एसोसिएशन नई दिल्ली की ओर से एक नया स्पॉन्सर्ड प्रोजेक्ट मिला है.
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यह प्रोजेक्ट 6 महीने के लिए दिया गया है, जो 1 जून से प्रारंभ होकर नवंबर के अंतिम सप्ताह तक चलेगा. इस प्रतिष्ठित प्रोजेक्ट को प्राप्त करने के लिए रांची विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर कामनी कुमार ने प्रसन्नता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि रेडियो खांची ने कम समय में ही ना सिर्फ झारखंड बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना रहा है. यह तभी संभव है, जब यह रेडियो छात्र हित और समाज हित के कार्यक्रमों का निर्माण और प्रसारण कर रहा है. उन्होंने बताया कि भारत सरकार के मंत्रालय, यूनिसेफ, यूनेस्को और भी सामाजिक संस्थाओं जैसे सिमका, स्मार्ट की ओर से जिस प्रकार से रेडियो खांची को दायित्व दिया जा रहा है. वह हर्ष का विषय है.
ऑनलाइन पठन-पाठन में मददगार
उन्होंने यह भी बताया रेडियो खांची पर शिक्षकों की ओर से यूजी और पीजी सिलेबस पर आधारित लेक्चर अपलोड किया जा रहा है. जिससे विद्यार्थी रेडियो खांची के यूट्यूब चैनल पर भी किसी वक्त सुन सकते हैं. प्रोजेक्ट को प्राप्त करने के लिए रांची विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रमेश कुमार पांडे, कुलसचिव डॉ. मुकुंद चंद्र मेहता, डायरेक्टर यूजीसी एचआरडीसी डॉ. ज्योति कुमार, डीएसडब्ल्यू डॉक्टर राजकुमार शर्मा, परीक्षा नियंत्रक डॉ. आशीष झा, उप कुलसचिव डॉक्टर प्रीतम कुमार, सीसीडीसी डॉ राजेश कुमार, एनएसएस कोऑर्डिनेटर डॉक्टर बृजेश कुमार, सीवीएस डॉ. स्मृति सिंह, उपसचिव डॉक्टर अजय लकरा, सहायक कुलसचिव डॉ. राजीव कुमार सिंह ने रेडियो खांची की टीम को बधाई दी है.
किया जाएगा लोगों को जागरूक
इस प्रोजेक्ट के स्वरूप के बारे में रेडियो खांची के निदेशक डॉ. आनंद कुमार ठाकुर ने बताया कि पिछले साल भी यूनिसेफ का मिशन कोरोना प्रोजेक्ट को रेडियो खांची ने शानदार तरीके से संपन्न किया था. जिसके कारण यूनिसेफ अपने प्रोजेक्ट में रांची विश्वविद्यालय के इस सामुदायिक रेडियो स्टेशन को वरीयता देता है. इसके तहत समुदाय को कोविड-19 के दरमियान जो सावधानी के उपाय हैं तथा वैक्सीन लगाने का जो मुहिम है. उस पर समाज के सभी तबके से बात करके आधे-आधे घंटे का 10 कार्यक्रम का निर्माण करना है.