रांची: छठी जेपीएससी की मुख्य परीक्षा में लगातार गड़बड़ी का आरोप लग रहा है. इसके खिलाफ आंदोलन का दौर भी जारी है. लॉकडाउन के दौरान भी आंदोलित अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन तरीके से विरोध प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री तक अपनी आवाज पंहुचाई है. इसी कड़ी में इन तमाम अभ्यर्थियों ने उलगुलान पदयात्रा का आयोजन किया है.
9 जून को तमाम आंदोलनकारी अभ्यर्थी भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलीहातू खूंटी से चल कर रांची होते हुए साहिबगंज के भोगनाडीह पंहुचेंगे और भोगनाडीह में आंदोलन को समाप्त करेंगे.
क्यों कर रहे हैं आंदोलन
यह आंदोलनछठी जेपीएससी रद्द करने को लेकर किया जा रहा है. इसके साथ ही आरक्षण नीति में सुधार और नियोजन नीति में भी सुधार करने की मांग को लेकर ये आंदोलनकारी अभ्यर्थी लगातार सत्याग्रह की राह पर हैं. इस पैदल दांडी मार्च में सैकड़ों अभ्यर्थी शामिल होंगे और 17 पड़ाव पर आंदोलन को समाप्त करेंगे. 9 जून से 30 जून तक लगातार यह लोग पैदल चलेंगे. 21 दिन में 506 किलोमीटर का रास्ता तय करने का निर्णय इन आ अभ्यर्थियों ने लिया है.
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17 चरण में इस तरीके से पैदल मार्च में हिस्सा लेंगे आंदोलनकारी अभ्यर्थी
- पहला चरण, पहला पड़ाव: उलिहातु (भगवान बिरसा मुंडा का जन्मस्थल) से खूंटी
- दूसरा पड़ाव: खूंटी से रांची (भगवान बिरसा मुंडा का शहादत स्थल)
- दुसरा चरण, तीसरा पड़ाव: रांची से ओरमांझी
- चौथा पड़ाव: ओरमांझी से रामगढ़
- पांचवां पड़ाव: रामगढ़ से मांडू
- छठा पड़ाव: मांडू से हजारीबाग
- सातवां पड़ाव: हजारीबाग से बिष्णुगढ़
- आठवां पड़ाव: बिष्णुगढ़ से बगोदर
- नौवां पड़ाव: बगोदर से डुमरी
- दसवां पड़ाव: डुमरी से गिरिडीह
- ग्यारहवां पड़ाव: गिरिडीह से जगदीशपुर
- बारहवां पड़ाव: जगदीशपुर से सारठ
- तेरहवां पड़ाव: सारठ से पलजोरी
- चौदहवां पड़ाव: पलाजोरी से दुमका
- तीसरा चरण, पंद्रहवां पड़ाव: दुमका से आमरापाड़ा
- सोलहवां पड़ाव: आमडापाड़ा (पाकुड़) से लिटिपाड़ा
- अंतिम पड़ाव: लिटिपाड़ा से भोगनाडीह (बरहेट)