नई दिल्ली/रांचीः झारखंड विधानसभा के नये भवन का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे. नई दिल्ली में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर 15 सितंबर के बाद किसी भी तिथि को उद्घाटन करने का आग्रह किया है. इस पर प्रधानमंत्री ने अपनी सहमति दे दी है. इसी दिन प्रधानमंत्री जलमार्ग विकास बंदरगाह परियोजना का भी शुभारंभ करेंगे.
15 नवंबर 2000 को राज्य गठन के बाद से अब तक झारखंड विधानसभा का संचालन भाड़े के भवन में होता आ रहा है. फिलहाल, झारखंड विधानसभा रांची की एचईसी टाउनशिप के रसियन हॉस्टल परिसर में है. साल 2014 का विधानसभा चुनाव जीतने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भव्य तरीके से झारखंड विधानसभा का अपना भवन बनाने की घोषणा की थी.
झारखंड विधानसभा के नये भवन की खासियत रांची के धुर्वा स्थित कूटे क्षेत्र में जब नये विधानसभा के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की कवायद की गई थी तब इसपर जमकर राजनीति हुई थी. कई मौकों पर जेवीएम नेता बंधु तिर्की ने संबंधित प्लॉट में हल चलाकर विरोध जताया था लेकिन राज्य सरकार ने विस्थापितों को मुआवजा और रहने के लिए आवास की व्यवस्था कर नए विधानसभा के निर्माण की कवायद शुरू की थी.
रांची के जगन्नाथपुर मंदिर के पास करीब 365 करोड़ की लागत से निर्मित इस भवन में अब फिनिशिंग का काम चल रहा है. यह भवन पूरी तरह सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम काम करेगा. इस भवन को ईस्ट, वेस्ट और सेंट्रल में बांटा गया है. सेंट्रल भवन में विधानसभा का सभागार बनाया जा रहा है. इस भवन में कई गुंबद बनाए गए हैं जो इसकी खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं.
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झारखंड विधानसभा के नये भवन की खासियत
- 12 जून 2015 को शिलान्यास
- 57,220 वर्गमीटर क्षेत्र में बना भवन
- करीब 365 करोड़ की लागत
- 150 विधायकों के बैठने की व्यवस्था
- कॉन्फ्रेंस हॉल में 400 लोगों की क्षमता
- भवन में सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम
- तीन हिस्से- ईस्ट, वेस्ट और सेंट्रल
- सेंट्रल हिस्से में विधानसभा सदन
- प्रेस गैलरी, ऑफिसर गैलरी, विजिटर्स गैलरी
- भवन में लाइब्रेरी और कैंटीन
- विशाल गुंबद से बढ़ी खूबसूरती
पिछले दिनों मानसून सत्र के अंतिम दिन स्पीकर की पहल से नये विधानसभा परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया, जिसमें नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन समेत कई मंत्री और विधायक शामिल हुए थे. जाहिर है इतनी बड़ी उपलब्धि को रघुवर सरकार यादगार बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहेगी.