रांची:कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन का असर महंगाई पर भी दिख रहा है. खासकर कुछ खाद्य पदार्थों की मूल्य में वृद्धि हुई है. जिसका असर खुदरा व्यापारियों और आम जनता पर पड़ रहा है. वर्तमान समय में सबसे ज्यादा मूल्य वृद्धि सरसो तेल और दाल में देखी जा रही है. मूल्य वृद्धि की वजह इस लॉकडाउन में श्रमिकों की कमी, परिवहन साधनों में कमी और भाड़े में वृद्धि माना जा रहा है.
सरसों तेल में जहां 10 से 15 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है. तो वहीं दाल की कीमत में 3 से 4 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी हुई है. कोरोना की वजह से श्रमिक भी अपने-अपने घर वापस चले गए हैं. जिसका असर खाद्य पदार्थों के मूल्य वृद्धि पर बताया जा रहा है. पंडरा कृषि बाजार के विपणन सचिव अभिषेक आनंद ने इस बाबत कहा है कि राजस्थान से सरसों तेल लाया जाता है, लेकिन कोरोना की वजह से श्रमिकों की कमी का असर है कि मूल्य में वृद्धि हुई है. वहीं दाल की कीमत में शुरुआती लॉकडाउन में थोड़ी वृद्धि हुई थी, लेकिन वर्तमान में मूल्य वृद्धि पर विराम लगा है.
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उन्होंने कहा है कि खाद्य पदार्थ की वर्तमान में कोई कमी नहीं है. श्रमिक की समस्या जरूर हो रही है जिसका असर खाद्य पदार्थों के मूल्य वृद्धि के रूप में सामने आ रहा है. वहीं खाद्य पदार्थ के स्थानीय खुदरा दुकानदार निर्मल कुमार का कहना है कि सरसों तेल की कीमत में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. जिसको लेकर ग्राहक भी लगातार सवाल उठाते हैं. उन्होंने कहा कि होलसेल मार्केट में ही खाद्य पदार्थों का रेट बढ़ा हुआ है. जिसकी वजह से ग्राहकों को भी बढ़े रेट पर ही सामान मुहैया कराया जा रहा है.
अरहर दाल 88 से 90 रुपये खुदरा मार्केट में बिक रहा है, जबकि होलसेल में 80 रुपये प्रति किलो है. उड़द दाल खुदरा में 92 रुपये, जबकि होलसेल में 80 रुपये प्रति किलो है. सरसों तेल खुदरा में 124 से 130, जबकि होलसेल में 120 से 127 रुपये प्रति लीटर है. इसके साथ ही आलू की कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है. 30 रुपये प्रति किलो लाल आलू और 25 रुपये प्रति किलो सफेद आलू की कीमत हो गई है.
प्याज की कीमत में कमी
प्याज खुदरा बाजार में 20 रुपये और होलसेल में 14 रुपये प्रति किलो है. साथ ही कोरोना काल में होलसेल दुकानदार खुदरा दुकानदारों को अन्य सामानों में किसी भी तरह का डिस्काउंट नहीं दे पा रहे हैं. इस वजह से रोजमर्रा के इस्तेमाल होने वाले कई सामान बिना डिस्काउंट एमआरपी पर बिक रहे हैं.