रांचीः विद्यार्थियों में सृजनशीलता और रचनात्मक सोच बढ़ाने के उद्देश्य से इंस्पायर अवार्ड मानक योजना को शुरू किया गया है. जो विद्यार्थियों के नए-नए विचारों के प्रोत्साहन के लिए एक बेहतर योजना साबित हो रहा है. इस बार भी शिक्षा विभाग का इसके तहत पिछले वर्ष की तुलना में बेहतर करने का लक्ष्य रखा है.
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शिक्षा विभाग का क्या है लक्ष्य
प्रत्येक सत्र में इसे लेकर भारत सरकार की ओर से आवेदन मांगे जाते हैं. इसी कड़ी में इस सत्र में झारखंड के विद्यार्थी बेहतर करें, इसका लक्ष्य शिक्षा विभाग ने रखा है. फिलहाल इंस्पायर अवार्ड मानक के तहत 2 तरीके की प्रक्रिया चल रही है. पहले चरण में 2020-21 में पूरे झारखंड से 1180 मॉडल चयनित किया गया था. झारखंड के लिए अभी तक फाइनल अपलोडिंग 925 हो चुका है अभी-भी 225 बच्चों का मॉडल अपलोड करना बाकी है, शत-प्रतिशत बच्चों का रजिस्ट्रेशन जल्द से जल्द हो इसी दिशा में शिक्षा विभाग काम कर रही है.
पिछले सत्र में 38 हजार से ऊपर नॉमिनेशन सिर्फ झारखंड से गया था. जो पूरे देश में चौथा स्थान पर था और उसी के अनुरूप 180 प्रोजेक्ट का सलेक्शन हुआ था. इसका फायदा यहां के विद्यार्थियों को पिछले सत्र में मिला है. दूसरे चरण में सत्र 2021-22 के लिए नया नॉमिनेशन हो रहा है. जिसका 15 अक्टूबर को अंतिम तिथि निर्धारित की गई है. इस सत्र में अब तक 8610 नॉमिनेशन हो चुका है, फिलहाल नॉमिनेशन की प्रक्रिया चल रही है. इसकी लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है.