रांची: मोबाइल-इंटरनेट के क्षेत्र में क्रांति के दौर में हमारी पुरानी सेवाएं ठप होने की कगार पर हैं. लेटर बॉक्स, पोस्ट कार्ड अब धीरे-धीरे इतिहास के पन्नों पर दर्ज होने की दहलीज पर आ गई है. मोबाइल इंटरनेट के दौर में लोगों ने अब दोस्तों रिश्तेदारों को पत्र भेजना कम कर दिया है और इसका असर पड़ा है डाक विभाग के लेटर बॉक्स पर. हालांकि डाक विभाग की सेवा अभी भी संचालित है, लेकिन लोगों का रुझान जरूर कम हो गया है.
रिस्पॉन्स न के बराबर
लोग अब पत्र के माध्यम से अपने दोस्त परिजनों और रिश्तेदारों को संदेश नहीं भेजते हैं. बल्कि व्हाट्सएप, मेल, टि्वटर जैसे सोशल साइट्स के माध्यम से कुछ सेकेंड के अंदर उन तक अपना संदेश पहुंचा देते हैं. हालांकि अभी भी यह सेवा डाक विभाग की ओर से संचालित जरूर है, लेकिन लोगों का रिस्पॉन्स ना के बराबर है.
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