रांची: राजधानी में दुष्कर्म पीड़ित एक मां ने अपने जुड़वा बच्चों को गरीबी की वजह से अनाथालय भेज दिया. पति की मौत के सदमे में मानसिक संतुलन खो चुकी इस महिला को उसी दौरान एक दरिंदे ने अपनी हवस का शिकार बना लिया था. जिसकी वजह से वह गर्भवती हो गई थी. रिम्स में उसने जुड़वा बच्चे को जन्म दिया था.
दुष्कर्म पीड़ित महिला ने दिया जुड़वा बच्चों को जन्म, गरीबी से परेशान अपने लाल को किया खूद से दूर - गरीब महिला ने अपने जुड़वा बच्चों को अनाथालय को सौंपा
रांची में दुष्कर्म पीड़ित एक महिला ने गरीबी के कारण अपने जुड़वा बच्चों को अनाथालय भेज दिया. मामला सामने आने के बाद सीडब्ल्यूसी की टीम ने सरकारी प्रक्रिया के तहत दोनों नवजात को एडॉप्शन एजेंसी में सरेंडर करा दिया है. दोनों बच्चों को मेडिकल जांच करने के बाद करुणा आश्रम में रखा गया है.
कॉन्सेप्ट इमेज
दो महीने के बाद ही कोई लेगा गोद
सीडब्ल्यूसी की सदस्य तनुश्री ने बताया कि दोनों नवजातों को गोद लेने वाली संस्था को सरकारी प्रक्रिया के तहत सरेंडर कराया गया है. अब दो महीने के अंदर यदि बच्चे का जैविक पिता उन्हें लेने का दावा करता है तो पूरी जांच प्रक्रिया से गुजरने के बाद दोबारा उन्हें बच्चे को सौंपा जा सकता है. वहीं, अगर दो महीने के अंदर बच्चों को लेकर उनका जैविक पिता कोई हक नहीं जताता है तो उनका भरण-पोषण संस्था करेगी.