रांची: धर्म विशेष पर किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी मामले में ऋचा पटेल को अदालत से जमानत मिल गई, लेकिन ऋचा इस फैसले से खुश नहीं है. इस फैसले पर ऋचा अब हाई कोर्ट जाने की तैयारी में है. इस मामले में अब राजनीतिक तड़का लगना शुरू हो गया है. राजनीतिक दलों के नेताओं का ऋचा के घर जमावड़ा लगना शुरू हो गया है.
मंगलवार को सुबह से लेकर देर शाम तक उनके घर में लोगों का आना-जाना लगा रहा. लोगों ने कुरान बांटने की शर्त न मानने की बात कही है. बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव और अधिवक्ता विनोद साहू के अनुसार जब तक जजमेंट की कॉपी नहीं मिलती है, तब तक यह कैसे मान लिया जाए कि अदालत ने कुरान बांटने की शर्त रखी है.
ऋचा पटेल ने कहा है कि जजमेंट की कॉपी देखने के बाद हाईकोर्ट जाने का निर्णय लिया जाएगा. इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के झारखंड प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य मनोज महतो बाजपाई ने कहा कि इस पूरे प्रकरण में प्रशासन पूरी तरह से फेल नजर आ रहा है. उन्होंने कहा कि जितनी तत्परता से एक बच्ची को गिरफ्तार किया गया, शायद अन्य मामलों में भी दोषियों को गिरफ्तार करती तो झारखंड की दशा और दिशा कुछ और होती.
बता दें कि पिठोरिया थाना क्षेत्र में बीते शुक्रवार शाम 6 बजे फेसबुक पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले पर प्रशासन द्वारा ऋचा भारती उर्फ ऋचा पटेल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था. इसके बाद पिठोरिया के ग्रामीणों ने पुलिस के इस रवैये के खिलाफ थाना का घेराव किया.