रांची: वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर एक तरफ जहां परहेज और इलाज का अभियान चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ इस पर सियासत भी तेज है. लॉकडाउन वन से लेकर लॉकडाउन थ्री तक की अवधि में प्रदेश में कोरोना से जुड़ी राजनीति की तरह-तरह के रंग देखने को मिले. प्रदेश में महागठबंधन की सरकार आपदा की इस घड़ी में प्रवासी मजदूरों और अन्य राज्यों में फंसे छात्रों को झारखंड वापस लाने में सफल हो रही है. वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल सरकार की खिंचाई में लगे हुए हैं.
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क्या कहा बाबूलाल मरांडी ने
बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी अब तक सीएम हेमंत सोरेन को 12 से अधिक चिट्ठी भेज चुके हैं. उन चिट्ठियों में सरकार के कार्यों को लेकर असंतोष जताया गया है. मरांडी ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना वायरस संक्रमण की घड़ी में लाख दावे करे, लेकिन उसके प्रयासों का लाभ लोगों को नहीं मिल रहा है. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने भी बयान जारी कर यह कहा कि केंद्रीय मदद को लेकर राज्य सरकार आंकड़े स्पष्ट नहीं कर रही है.
सरकार ने किया पलटवार
बीजेपी के आरोपों को लेकर राज्य सरकार में मंत्री मिथिलेश ठाकुर का कहना है कि मौजूदा दौर में राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश है कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार लोगों को हर तरह की मदद पहुंचाए और अधिकारी इस काम में लगे हुए हैं. उन्होंने साफ कहा कि इन आरोपों की निष्पक्ष जांच हो जाए, सारी बातें क्लियर हो जाएंगी. उन्होंने मरांडी को खुला चैलेंज भी दिया कि वह अपने आरोपों के बदले साक्ष्य प्रस्तुत करें.