रांची: रांची के जगन्नाथपुर इलाके की रहने वाली एक 22 वर्षीय युवती से एक बर्खास्त पुलिसकर्मी ने चाकू के बल दुष्कर्म किया. दुष्कर्म का अश्लील वीडियो और तस्वीरें उतारी और उन तस्वीरों को वायरल करने की धमकी देकर लंबे समय से ब्लैकमेल कर लगातार यौन शोषण करता रहा.
पुलिस पर बना दबाब, तब गिरफ्तार हुआ आरोपी
परेशान होकर पीड़िता ने महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष महुआ माजी और झामुमो महिला मोर्चा की मदद से जगन्नाथपुर थाना पहुंची और प्राथमिकी दर्ज कराई. पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपी धुर्वा सेक्टर टू अमर ज्योति मैदान के समीप का रहने वाला मुकेश वर्मा है. वह रांची जिला बल में सिपाही था. पत्नी को प्रताड़ित करने के मामले में उसे बर्खास्त किया गया था. हालांकि बर्खास्तगी के बाद भी वह जगन्नाथपुर थाने की केस डायरी लिखा करता था. खुद को थाना स्टाफ बता रौब झाड़ता था. मामले में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. शुक्रवार को पुलिस उसे जेल भेजेगी.
नौकरी दिलाने के नाम पर बनाया था शिकार
पीड़िता के अनुसार आरोपी मुकेश वर्मा ने उसे एक ऑटोमोबाइल कंपनी में नौकरी लगा दी थी. नौकरी लगाने के बाद वह ओवरब्रिज से उसे हर दिन ऑफिस छोड़ने जाया करता था.16 दिसंबर 2019 को वह ऑफिस ले जाने के दौरान अपने घर ले गया. घर ले जाकर चाकू के बल दुष्कर्म किया. इसके बाद दोबारा 12 फरवरी 2020 को अपने घर ले गया और मारपीट कर दुष्कर्म किया और वीडियो बना ली. जिसके बाद से वो ब्लैकमेल कर रहा. आरोपी ने पीडि़ता से कहा कि वह पुलिस वाला है. उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता. वहीं, आरोपित ने दो शादी भी कर रखी है. पहली पत्नी को प्रताड़ित कर छोड़ चुका है. दूसरी पत्नी दिल्ली में रहती है. उसकी एक 20 वर्ष की बेटी भी है.
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पीड़िता ने बताया कि वह आरोपी को अंकल बोलती थी. उसकी उम्र से महज दो वर्ष कम की उसकी बेटी है. इसके बावजूद उसने गलत ढंग से शिकार बनाया. आरोपी के बारे में जानकारी मिली है कि जगन्नाथपुर इलाके में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी. मृतक की बेटी को न्याय दिलाने की बात कह उसके साथ भी यौन शोषण किया था. पीड़िता की मां ने आरोप लगाया है कि वह कई नाबालिगों को नशीली दवाइयां और इंजेक्शन देकर गलत हरकत की है. पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है.
धुर्वा पुलिस ने लौटाया
झामुमो महिला मोर्चा की सदस्यों ने आरोप लगाया है कि एफआइआर दर्ज कराने के लिए पीड़िता पहले धुर्वा थाना पहुंची. वहां एफआइआर दर्ज करने के लिए कहा इसपर धुर्वा पुलिस ने जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र का मामला रहने की बात कह लौटा दिया. इसके बाद सभी जगन्नाथपुर थाना पहुंची और प्राथमिकी दर्ज कराई.