रांची: राजधानी के बरियातू के कुसुम विहार रोड नंबर 4 स्थित कौशल्या अपार्टमेंट से लापता जिस रूपा रंजन को मृत समझकर परिजन नगड़ी में मिली लाश पर दावा कर रहे थे, वह जिंदा निकली. बुधवार को पुलिस ने विवाहिता को मुरी रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया.
वीडियो में देखें पूरी खबर पुलिस को महिला ने बताया कि वह पति और ससुरालवालों से प्रताड़ित होकर कथित दोस्त के साथ कश्मीर घूमने चली गई थी. बीते 18 अक्टूबर को वह घर से ब्यूटी पार्लर जाने के बहाने निकली थी. पटना के बाढ़ निवासी दोस्त नीतीश कुमार को रांची के दिव्यायन चौक के पास महिला ने बुलाया. इसके बाद उसकी कार में बैठकर सीधे पटना चली गई. वहां महिला दो दिन रुकी. फिर रूपा अपने दोस्त के साथ जम्मू चली गई. जम्मू में महिला करीब एक महीने तक रही.
रूपा ने बताया कि कुछ दिनों तक वह नीतिश संग रही थी. बाद में नीतीश पटना लौट गया. फिर उसे जम्मू बुलाया और पिता के पास जाने की बात कही. वहां से पटना लौटी. जनशाताब्दी एक्सप्रेस से पटना से रांची लौट रही थी. इसकी सूचना बरियातू पुलिस को मिली. पुलिस ने मुरी रेलवे स्टेशन से उसे बरामद कर लिया. पुलिस ने कोर्ट में रूपा के 164 के तहत बयान भी दर्ज कराए हैं. इसके बाद पुलिस ने रूपा को परिजनों के सुपुर्द कर दिया.
ये भी पढ़ें-पलामू में 77 कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात, गुरुवार से पोलिंग पार्टी होगी रवाना, 8 कुख्यातों को किया गया तड़ीपार
फेसबुक से हुई थी दोस्ती, शादी के लिए है तैयार
रूपा रंजन ने पुलिस को बताया कि वह पति और ससुरालवालों से परेशान थी. इस बीच फेसबुक के जरिए उसकी दोस्ती बाढ़ निवासी नीतीश कुमार नाम के शख्स से हुई. रूपा ने उस शख्स के साथ जाने का प्लान बनाया. नीतीश से रूपा ने कहा कि पति से तलाक लेने के बाद वह उसके साथ शादी करेगी. इधर, रूपा के पिता जयप्रकाश सिंह का कहना है कि उसकी दोस्ती नीतीश के साथ थी, इसकी कभी उन्हें जानकारी नहीं थी. बेटी के अचानक गायब रहने से वह परेशान थे.
पीएमओ, सीएम सहित कई जगह शिकायत
रूपा के गायब रहने पर पुलिस पर अनदेखी का आरोप लगाकर पीएमओ, सीएम जनसंवाद, एसएसपी सहित कई अधिकारियों से इसकी शिकायत रूपा के पिता जय प्रकाश सिंह ने दर्ज कराई थी. जामताड़ा निवासी जयप्रकाश सिंह ने कहा था कि उनकी बेटी को प्रताड़ित किया गया था. इसे लेकर दहेज प्रताड़ना की एफआइआर दर्ज कराई थी. एफआइआर के बाद 22 अक्टूबर को नगड़ी में एक बंद बोरे में लाश मिली थी. जिसपर कद, काठी और पहनावे के आधार उन्होंने अपनी बेटी के शव का दावा किया था. इस दावे के अनुसार पुलिस ने डीएनए सैंपलिंग के लिए एफसएसएल भेजा था.
बंद बोरी में लाश किसकी, पुलिस के लिए चुनौती
रूपा का पता लग गया, लेकिन नगड़ी में हत्या कर बंद बोरे में फेंकी गई लाश किसकी है, यह पता लगाना पुलिस के लिए चुनौती बन गयी है. अब तक उस लाश पर दावा करने वाला कोई दूसरा परिवार नहीं पहुंचा है. मामले की जांच नगड़ी थाना के पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह कर रहे हैं. हालांकि मामला अब तक शून्य पर है.