रांची: टाटा सबलीज मामले में टाटा पर बकाया राशि की वसूली को लेकर झारखंड हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है. याचिकाकर्ता दुर्गा उरांव ने जनहित याचिका दायर कर राज्य सरकार से टाटा कंपनी पर सबलीज के बकाया राशि की वसूली की मांग की है. उन्होंने याचिका में झारखंड विधानसभा लोक लेखा समिति की रिपोर्ट का हवाला दिया है.
उन्होंने याचिका के माध्यम से कहा है कि लोक लेखा समिति ने जो रिपोर्ट दिया था, उस रिपोर्ट के अनुसार टाटा कंपनी पर सबलीज के लगभग 17 अरब से अधिक (17265024770.05) की वसूली के अनुशंसा की गई थी. जो अभी तक वसूल नहीं की गई है. उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास पर आरोप लगाया है कि उनके बेटे ललित दास टाटा कंपनी में लाइजनिंग पदाधिकारी और उनके लगभग 40 परिजनों को टाटा कंपनी में नौकरी मिली हुई है.
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जिसके कारण सरकार टाटा कंपनी से इस राशि की वसूली पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. मामले में याचिकाकर्ता ने झारखंड सरकार के मुख्य सचिव, रेवेन्यू सचिव, डीसी पूर्वी सिंहभूम और अन्य को प्रतिवादी बनाया है.
समिति की क्या है अनुशंसा
पूर्व में लोक लेखा समिति ने अनुशंसा की थी कि टाटा लीज अंतर्गत पूर्व में अनुशंसित 59 सबलीज मामले में सन्निहित 144.33 एकड़ भूमि के विरुद्ध सलामी लगान और शेष के रूप में जो पैसे बकाया है उसकी वसूली जल्द की जाए.
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