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रांची: घंटी आधारित शिक्षकों और वीसी की बैठक विफल, शिक्षकों ने कार्य बहिष्कार का किया ऐलान

रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्यरत तमाम घंटी आधारित असिस्टेंट प्रोफेसर रांची विश्वविद्यालय का घेराव किया. जिसके बाद उन्होंने अपनी मांगों को लेकर विश्वविद्यालय प्रबंधन से मांग की लेकिन घंटी आधारित शिक्षकों और वीसी की बैठक विफल रही. जिसके बाद शिक्षकों ने कार्य बहिष्कार का ऐलान किया.

bell based teachers announce boycott to work in ranchi
वीसी की बैठक

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Published : Oct 28, 2020, 7:42 PM IST

रांची: अरसे से रांची विश्वविद्यालयों के घंटी आधारित प्राध्यापकों का आंदोलन, लॉकडाउन के समय का मानदेय भुगतान करने को लेकर जारी है. इसी कड़ी में बुधवार को रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत कार्यरत तमाम घंटी आधारित असिस्टेंट प्रोफेसर रांची विश्वविद्यालय का घेराव किया और अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर विश्वविद्यालय प्रबंधन से मांग की गई. मौके पर वीसी रमेश कुमार पांडे के साथ घंटे भर वार्ता भी हुई लेकिन वार्ता विफल रही. इधर मांगे पूरी नहीं होने पर नाराज अनुबंध शिक्षकों ने कार्य बहिष्कार कर आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है.

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एक घंटे तक चली वार्ता में शिक्षकों ने मांग किया था कि उन्हें लॉकडाउन के दौरान हर माह 32 हजार का भुगतान किया जाए यानी हर दिन 2 क्लास के आधार पर उनका भुगतान हो. इस मामले पर कुलपति ने इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि बिना ऑनलाइन कक्षा के कोई भुगतान नहीं किया जा सकता है. वीसी ने कहा कि विभाग के एचओडी और कॉलेज के प्राचार्य लिखकर रिपोर्ट आगे बढ़ाएंगे तभी उनकी मांगों को सुना जा सकता है. सिर्फ कह देने से मानदेय नहीं दिया जा सकता है.मानदेय भुगतान की जा रही है मांगदरअसल, घंटी आधारित शिक्षकों ने लॉकडाउन के अवधि के दौरान मानदेय भुगतान की मांग लगातार कर रहे हैं. अपनी इसी मांग को लेकर रांची विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले तमाम प्रध्यापकों ने बुधवार को आरयू का घेराव किया और रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे से वार्ता भी की. हालांकि वार्ता पूरी तरह विफल रही. मांग पूरा नही होने पर नाराज अनुबंध शिक्षकों ने कार्य बहिष्कार कर आंदोलन जारी रखने का निर्णय लिया है. उन्होंने खुद को विश्वविद्यालय और कालेजों से अलग रखने की बात कही है. असिस्टेंट प्रोफेसरों ने कहा है कि जल्द से जल्द अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो इस आंदोलन को लगातार जारी रखा जाएगा.कुलपति ने दिया है मानदेय भुगतान का निर्देशअसिस्टेंट प्रोफेसरों की माने तो राज्यपाल सह कुलपति की ओर से भी इन शिक्षकों को मानदेय दिए जाने को लेकर निर्देश जारी किया था लेकिन उन निर्देशों का भी पालन विश्वविद्यालय स्तर पर नहीं किया जा रहा है. जबकि 3 साल पहले कॉलेज से यूनिवर्सिटी बनी डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय की ओर से अपने घंटी आधारित शिक्षकों को लॉकडाउन अवधि का भुगतान कर दिया गया है.

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कॉन्ट्रैक्ट पर शिक्षकों की नियुक्ति
अनुबंध के आधार पर नियुक्त असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों के खिलाफ कॉन्ट्रैक्ट पर 600 शिक्षकों की बहाली की गई थी. इन्हें प्रति घंटी 600 रुपये मानदेय भुगतान करना था. रांची यूनिवर्सिटी असिस्टेंट प्रोफेसर संघ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आंदोलन जारी रहेगा. कॉलेज और विश्वविद्यालय के किसी भी काम में यह शिक्षक अपना योगदान नहीं देंगे.

कुलपति की होगी बैठक
राज्य के विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन पठन-पाठन की स्थिति सेशन और तमाम गतिविधियों को लेकर कुलपति सह राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू की ओर से राज्य के तमाम विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ एक विशेष बैठक आयोजित की गई है. इस बैठक के दौरान भी रांची विश्वविद्यालय के कुलपति रमेश कुमार पांडे ने घंटी आधारित शिक्षकों का मानदेय भुगतान को लेकर चर्चा करने की बात कही है.

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