रांची: झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर धीमी पड़ गई है. कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार आ रही कमी को देखते हुए राज्य में अनलॉक की संभावना बढ़ गई है. राज्य सरकार ने 3 जून से अनलॉक-1 शुरू करने पर विचार करना शुरू कर दिया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी ट्वीट के जरिये लोगों से अनलॉक को लेकर सुझाव मांगा है. मुख्यमंत्री के ट्वीट के जरिये मांगे गए सुझाव पर लोगों की राय आनी शुरू हो गई है. ईटीवी भारत की टीम की पड़ताल में अधिकांश लोग अनलॉक शुरू करने के पक्ष में नजर आए.
जानिए झारखंड में अनलॉक की संभावना पर जनता की क्या है राय - झारखंड में अनलॉक पर लोगों की राय
झारखंड में अनलॉक की चर्चाओं के बीच राजधानी रांची के लोगों ने अपनी-अपनी राय दी है. ज्यादातर लोग अनलॉक शुरू करने के पक्ष में है. इसको लेकर लोगों ने क्या कहा पढ़िए पूरी रिपोर्ट
अनलॉक को लेकर लोग उत्सुक
अनलॉक को लेकर सभी लोग उत्सुक हैं. कोरोना के कारण राज्य में 22 अप्रैल से पाबंदी है. जिसके कारण लोग घरों में हैं. अब जब संक्रमण की रफ्तार में कमी आ रही है तो लोग शर्तों के साथ अनलॉक शुरू करने की मांग करने लगे हैं. रेल यात्री संघ के अध्यक्ष प्रेम कटुरका के अनुसार सरकार अनलॉक करे. सोशल डिस्टेंसिंग आदि का पालन जरूर हो इसे देखना होगा नहीं तो कहीं फिर हमें संक्रमण का शिकार न होना पड़ जाय. सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता राजीव रंजन मिश्रा की मानें तो शर्तों के साथ अनलॉक हो. जिससे लोग सुरक्षित होकर अपनी दिनचर्या कर सकें.
पाबंदी चाहने वाले भी बहुत
वहीं, दूध कारोबारी बहादुर अनलॉक के पक्ष में नहीं हैं. बहादुर का मानना है कि अभी कम से कम 10 दिन लॉकडाउन जारी रहना चाहिए नहीं तो संक्रमण की रफ्तार फिर बढ़ जाएगी. टेंपो चलाकर घर परिवार की जरूरत पूरा करने वाले रामप्रीत मानते हैं कि संक्रमण अब कम हो गया है इसलिए सरकार को अनलॉक कर देना चाहिए. बहरहाल, अनलॉक को लेकर सरकार ने पहल करनी शुरू कर दी है. राज्य की जनता का सुझाव आने के बाद अधिकारियों और सत्तारूढ़ दलों से विचार लेकर मुख्यमंत्री इसका निर्णय लेंगे.