रांची: झारखंड की सियासत में मुस्लिम समाज की भागीदारी लगातार कम होती जा रही है. यहां की कुल आबादी का करीब 14.50 प्रतिशत आबादी मुसलमानों की है. फिर भी राजनीतिक रूप से यह समाज हाशिए पर है.
2 मुस्लिम विधायक
वर्तमान में झारखंड की 81 सदस्यों वाली विधानसभा में सिर्फ दो मुस्लिम विधायक हैं. एक हैं जामताड़ा से इरफान अंसारी और दूसरे हैं पाकुड़ से आलगगीर आलम. दोनों कांग्रेस के विधायक हैं. दरअसल, झारखंड में संथाल परगना का इलाका पश्चिम बंगाल की सीमा से लगा है. यहां कई ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां मुस्लिम वोटर ही किसी भी प्रत्याशी की हार जीत तय करते हैं, लेकिन जनसंख्या के अनुपात में इस समाज को वाजिब भागीदारी नहीं मिल पाती.
ये भी पढ़ें:रघुवर के घर में गूंजे सरयू के स्वर, कहा- उम्मीद है पार्टी उनके टिकट पर करेगी विचार
5 मुस्लिम विधायकों की हुई थी जीत
विधानसभा में भागीदारी के लिहाज से मुस्लिम समाज के लिए साल 2009 का चुनाव अच्छा रहा था. 2009 के विधानसभा चुनाव के वक्त पाकुड़ से जेएमएम के अकील अख्तर, मधुपुर से जेएमएम के हाजी हुसैन अंसारी, धनवार के जेवीएम के निजामुद्दीन अंसारी, गांडेय से कांग्रेस के सरफराज अहमद और धनबाद से कांग्रेस के मन्नान मलिक की जीत हुई थी. यानी कुल पांच विधायक विधानसभा पहुंचे थे.