रांची: 2020 में कोरोना की दस्तक का सबसे ज्यादा असर रेलवे सेवा पर पड़ा था. कोरोना के कारण ट्रेन के पहिए थम गए थे. एहतियात के तौर पर देशभर में रेलवे सेवा बंद कर दी गई थी. अब भारत में कोरोना की तीसरी लहर (third wave of corona) देखी जा रही है. कोरोना के मामले रोजाना एक लाख से ज्यादा आने लगे हैं. ऐसे में कुछ लोग आशंका जता रहे हैं कि बढ़ते कोरोना ट्रेनो पर असर भी पड़ सकता है. हालांकि फिलहाल ट्रेनों के परिचालन में रुकावट होने की आशंका नहीं है. लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से कई कदम उठाए जा रहे हैं.
पहली बार देश में आपात स्थिति को देखते हुए 2020 में कोरोना के कारण भारतीय रेल ने आम लोगों को लिए अपनी सेवा पूरी तरह से बंद कर दी और लगभग सभी ट्रेनों का परिचालन बंद कर दिया गया था. एक दूसरे राज्यों से यात्रियों को लाने के लिए राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर व्यवस्थाएं कर रहीं थी. देशभर में इमरजेंसी की हालत थी. कोरोना का ऐसा खौफ की लोग दिल्ली से झारखंड, बिहार और अन्य प्रदेश पैदल चल कर आ रहे थे. एक बार फिर कोरोना के नए वेरिएंट ओमीक्रोन ने देश में तबाही मचाना शुरू कर दिया है. लगातार कोरोना की रफ्तार बढ़ रही है. लोग चिंतित और और डरे हुए हैं. झारखंड में शिक्षण संस्थान पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं और दूसरे तरह की भी पाबंदी लगाई गई है.
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