रांची: सीएससी के माध्यम से झारखंड के हर गांव में ऑनलाइन सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है जिसके तहत लोगों को गांव में ही जाति, आवासीय, जन्म मृत्यु, राशन कार्ड बनाने जैसी बुनियादी 400 सेवा मिलेंगी.
आजादी के 75 वर्ष पूरे होने पर इन दिनों देशभर में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसी के तहत गुरुवार को झारखंड मंत्रालय में इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया. इस अवसर पर डिजिटल इंडिया के माध्यम से आम लोगों को सरकारी और गैर सरकारी सेवा प्रदान करने वाले सीएससी यानी गवर्नेंस सर्विस इंडिया लिमिटेड के कार्यों की विस्तार से जानकारी दी गई. कार्यक्रम में मुख्य रूप से आईटी सचिव कृपानंद झा, आईटी निदेशक मनोज कुमार, संयुक्त सचिव एके अंम्बष्ठ, जेएसएलपीएस, यूआईडी और इफको से जुड़े पदाधिकारी मौजूद थे. इस कार्यक्रम में झारखंड के विभिन्न जिलों से लगभग 250 कॉमन सर्विस सेंटर को संचालित करनेवाले ग्राम स्तरीय उद्यमियों ने भाग लिया. कार्यक्रम के दौरान विभागीय उपलब्धि से संबंधित स्मारिका का विमोचन किया गया वहीं बेहतरीन सीएसी संचालित करनेवाले उद्यमियों को सम्मानित किया गया.
झारखंड के हर गांव में ऑनलाइन सेवा होगी उपलब्ध, छोटे कार्यों के लिए नहीं लगाना होगा प्रखंड का चक्कर - झारखंड के गावों में ऑनलाइन सुविधा
अब जल्द ही झारखंड के हर गांव में ऑनलाइन सेवा उपलब्ध होगी. सरकार इस तरह की कोशिश कर रही है कि लोगों को गांव में ही ऑनलाइन जाति, आवासीय, जन्म मृत्यु, राशन कार्ड बनाने जैसी 400 बुनियादी सेवाएं मिल सके.
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सीएससी के जरिए हाईटेक होगा हर गांव
सीएससी के माध्यम से झारखंड के हर गांव में सरकार की ऑनलाइन सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी की गई है. जिसके तहत लोगों को गांव में ही जाति, आवासीय, जन्म मृत्यु, राशन कार्ड बनाने जैसी बुनियादी 400 सेवाएं मिलेंगी. सीएससी के स्टेट हेड शंभू कुमार ने बताया कि कनेक्ट के साथ साथ सरकार की झारसेवा देने में जुटा यह सीएससी हर गांव में उपलब्ध होगा. अगले वर्ष तक देश के 06 लाख गांव में सीएससी होगा. झारखंड में करीब 32 हजार गांव में से 30 हजार चिरागी गांव हैं जिसमें से 80 फीसदी गांव में सीएससी उपलब्ध है. राज्यभर में करीब 4500 पंचायत है जहां 28000 सीएससी मौजूद है. इसके माध्यम से लोगों को छोटे मोटे कार्यो के लिए प्रखंड और जिला का चक्कर नहीं लगाना होगा.