रांची:राजधानी रांची में जुमे की नमाज को लेकर चल रही सभी आशंकाओं को पुलिस और अमन पसंद लोगों ने आशंका ही रहने दिया. शुक्रवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रांची के एकरा मस्जिद में नमाज अदा कर लोग शांतिपूर्ण तरीके से अपने अपने घरों को लौट गए. जिसके बाद प्रशासन ने राहत की सांस ली. इससे पहले पिछले शुक्रवार को नमाज के बाद राजधानी में जमकर हिंसा हुई थी, जिसमें 2 लोगों की पुलिस फायरिंग में मौत हो गई थी. वहीं 12 से ज्यादा लोग घायल हुए थे जिनमें पुलिसवाले भी शामिल थे.
जुमे की नमाज के बाद नहीं निकला कोई जुलूस, हिंसा नहीं होने पर पुलिस ने ली राहत की सांस
जुमे की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से खत्म होने के बाद रांची पुलिस ने राहत की सांस ली है. हिंसा की आशंका को देखते हुए पुलिस ने पूरे इंतजाम कर रखे थे. चप्पे चप्पे पर पुलिस की नजर थी इसके अलावा शांति समिति के सदस्य भी मस्जिद के बाहर मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें:अलर्ट मोड में रांची पुलिस, सीसीटीवी से चप्पे-चप्पे पर रखी जा रही निगरानी
पूरी तरह अलर्ट थी पुलिस:किसी अनहोनी की आशंका को लेकर पुलिस की टीम शुक्रवार की सुबह से ही बेहद अलग थी. कंट्रोल रूम से लेकर शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की गई थी. खासकर रांची के पांच थाने जहां धारा 144 लगाया गया है वहां विशेष चौकसी बरती जा रही थी. राजधानी के सभी धार्मिक स्थानों के बाहर पुलिस की तैनाती की गई थी. पुलिस की मुस्तैदी का ही नतीजा था कि रांची के सभी मस्जिदों में नमाज शांतिपूर्वक तरीके से अदा की गई और उसके बाद सभी लोग अपने अपने घरों की तरफ चले गए, ना ही शहर में कोई जुलूस निकला और ना ही किसी तरह का विवाद हुआ.
हिंदू और मुस्लिम संगठनों ने निभाई अहम भूमिका:राजधानी में अमन चैन को वापस कायम करने के लिए राजधानी के हिंदू और मुस्लिम संगठनों ने मिलकर प्रयास किया. जिस समय एकरा मस्जिद में नमाज अदा की जा रही थी, मस्जिद के बाहर शांति समिति के सभी सदस्य जिनमें हिंदू और मुस्लिम दोनों ही शामिल थे नमाज खत्म होने तक मस्जिद के बाहर ही जमा रहे.
पुलिस ने लिया राहत की सांस:वहीं, नमाज शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न होने के बाद रांची पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली है क्योंकि पिछले एक सप्ताह से शुक्रवार को लेकर सुरक्षा की तैयारियां की जा रही थी. लगभग 3500 पुलिसकर्मी राजधानी के अलग-अलग इलाकों में तैनात किए गए थे. वहीं 8 आईपीएस अधिकारी भी शहर की सुरक्षा में लगाए गए थे. जबकि कई डीएसपी, इंस्पेक्टर और कियूआर्टी की टीम लगातार शहर की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे.