रांची: एनआईए ने मानव तस्करी केस के मास्टरमाइंड पन्नालाल के सहयोगी गोपाल उरांव को गिरफ्तार किया है. गोपाल उरांव खूंटी के मुरहू के तुनगांवा का रहने वाला है. एनआईए के अधिकारियों के मुताबिक, राज्य के अलग-अलग हिस्सों से युवक-युवतियों को फंसाकर दिल्ली समेत महानगरों में भेजे जाने के मामले में गोपाल उरांव की काफी बड़ी भूमिका थी. वह पन्नालाल और उसकी पत्नी सुनीता देवी का खास सहयोगी रहा है. एनआईए ने मानव तस्करी मामले में पन्नालाल व उसके सहयोगियों के चार जिलों के ठिकानों पर भी छापेमारी की.
NIA ने मानव तस्करी के मास्टर माइंड के सहयोगी को किया गिरफ्तार, छापेमारी में मिले कई महत्वपूर्ण कागजात - झारखंड में मानव तस्करी
एनआईए ने मानव तस्करी के आरोप में पन्नालाल के सहयोगी गोपाल उरांव को गिरफ्तार किया है. ये गरीब युवक और युवतियों को नौकरी का झांसा देकर महानगरों में भेजता था, लेकिन उन्हें वहां काम के बदले पैसे नहीं मिलते थे.
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कहां- कहां एनआईए का छापा
एनआईए की चार टीमों ने एक साथ पाकुड़, साहिबगंज, गुमला और खूंटी जिले में छापेमारी की. छापेमारी के दौरान एनआईए को तस्करी और प्लेमसमेंट एजेंसियों से जुड़े अहम कागजात, बैंक खातों की जानकारी, रेलवे के टिकट और मोबाइल फोन मिले हैं. बरामद चीजों से मानव तस्करी की पुष्टि हुई है. एनआईए के अधिकारियों ने बताया है कि शुरूआती जांच में ही इस बात के सबूत मिले हैं कि पन्नालाल, उसकी पत्नी सुनीता देवी दिल्ली की तीन प्लेसमेंट एजेंसियों के जरिए मानव तस्करी का धंधा कर रहे थे. जांच में यह बात सामने आयी है कि गरीब युवक- युवतियों को नौकरी का झांसा देकर दिल्ली या दूसरे महानगरो में ले जाया जाता था, लेकिन वहां काम के बदले उन्हें पैसे नहीं मिलते थे. इस पूरे गतिविधि में गोपाल उरांव की भी भूमिका होती थी.
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क्या है मामला
खूंटी के एएचटीयू थाने में दर्ज केस में खूंटी पुलिस ने जुलाई 2019 में पन्नालाल को गिरफ्तार किया था. इस कांड को बाद में गृह मंत्रालय के आदेश के बाद एनआईए ने टेकओवर कर लिया था. 4 मार्च 2020 को एनआईए ने इस केस में अलग से एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी.