रांची: राज्यभर के सफल गृह रक्षा वाहिनी के नव चयनित अभ्यर्थी नियुक्ति और ट्रेनिंग में भेजे जाने की मांग को लेकर अभ्यर्थी सुबह 8 बजे से सीएम से मुलाकात करने को लेकर देर शाम तक डटे रहे. वहीं मुख्यमंत्री की ओर से अब तक इन अभ्यर्थियों को मुलाकात करने के लिए समय नहीं दिया गया. इन अभ्यर्थियों का कहना है कि जब तक सीएम उनसे मुलाकात नहीं करेंगे तब तक वह यहीं डटे रहेंगे.
गौरतलब है कि झारखंड गृह रक्षा वाहिनी में विज्ञापन संख्या 1/2016 के दौरान ही इन उम्मीदवारों की नियुक्ति शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लिए की गई थी, लेकिन कई परीक्षाओं का दौर गुजरने के बाद भी इन्हें अब तक नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया और न ही नहीं प्रशिक्षण के लिए भेजा गया.
ह रक्षा वाहिनी के नव चयनित अभ्यर्थी जिसके बाद यह सफल अभ्यर्थी अब राज्य सरकार और मुख्यमंत्री से नियुक्ति पत्र देने की मांग को लेकर लगातार उनसे मुलाकात करने की कोशिश कर रहे हैं. अभ्यर्थियों ने बुधवार की सुबह 8 बजे से ही सीएम हेमंत सोरेन से मुलाकात करने के लिए सीएम आवास के समीप डटे हुए थे, लेकिन देर शाम तक सीएम हेमंत सोरेन के साथ इनकी मुलाकात नहीं हुई है. उन्होंने कहा है कि जब तक सीएम उनसे मुलाकात नहीं करेंगे, मांगों को नहीं सुनेंगे तब तक वह सीएम आवास के बाहर ही डटे रहेंगे.
नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर कब क्या हुआ
झारखंड गृह रक्षा वाहिनी नव चयनित उम्मीदवार जिले के ग्रामीण- शहरी पुरुष और महिला गृह रक्षकों का रिक्त के आलोक में विज्ञापन संख्या 1/ 2016 में निकाला गया था. जिसे 3 मई 2016 को प्रकाशित की गई थी. उम्मीदवारों द्वारा 15 मई 2016 से 31 मई 2016 तक आवेदन पत्र जमा किया गया था. अभ्यर्थियों का शारीरिक जांच डोरंडा जैप वन के मैदान में 28 जनवरी 2017 से 9 फरवरी 2017 तक हुआ. शारीरिक जांच में सफल उम्मीदवारों का आवासीय प्रमाण पत्र जमा करने के लिए 9 मार्च 2018 से 31 मार्च 2018 तक का समय दिया गया. जिसे अनुमंडल पदाधिकारी रांची को जांच के लिए भेजा गया था.
सूची के अनुसार 8 अक्टूबर 2018 को फाइनल सूची प्रकाशित किया गया. चरित्र प्रमाण पत्र सत्यापन के लिए 21 अक्टूबर 2018 से 1 नवंबर 2018 तक आवेदन भरा गया. तमाम प्रक्रियाएं पूरी होने के बाद भी अब तक इन गृह रक्षा वाहिनीओं को प्रशिक्षण के लिए नहीं भेजा गया और न ही नियुक्ति के संबंध में कोई जानकारी दी गई. इसी से आक्रोशित होकर ये लोग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करने बुधवार की सुबह 8 बजे से ही मुख्यमंत्री आवास के समीप डटे हुए हैं.