रांची: देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के साथ झारखंड के विश्वविद्यालयों को भी नई शिक्षा नीति (New Education Policy) के तहत पढ़ाई का निर्देश दिया गया है. इसी कड़ी में राज्य के रांची विश्वविद्यालय समेत सभी 9 विश्वविद्यालयों में नए सत्र से नई शिक्षा नीति के तहत पढ़ाई की तैयारी की जा रही है. इसे लेकर विश्वविद्यालय की ओर से एक रोडमैप भी तैयार किया जा रहा है. साथ ही विश्वविद्यालयों में सिलेबस की एकरूपता बनाए रखने के लिए सेल बनाने पर भी पहल की जा रही है.
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तैयार की गई कार्य योजना:विश्वविद्यालयों में एमफिल की पढ़ाई अब नहीं होगी. बीएड की पढ़ाई के लिए 2 वर्ष के कोर्स को बंद कर 4 वर्ष के लिए कोर्स शुरू किया जाएगा. इस नीति के तहत ढलने के लिए रांची विश्वविद्यालय ने जो कार्य योजना बनाई है, उसी योजना के आधार पर अन्य विश्वविद्यालय ने भी काम करने पर अपनी सहमति दी है. इस नीति को लेकर रांची विश्वविद्यालय ने एक ड्राफ्ट भी तैयार किया है.
बनाया जाएगा एकेडमिक बैंक: इस नीति के तहत नए सत्र में यूजी 2022 -25, पीजी का 2022- 24 और डिप्लोमा कोर्स का नया सत्र 2022-23 से ही शुरू होगा. इस दौरान इस सत्र में नई शिक्षा नीति के तहत ही पठन-पाठन शुरू करने की पूरी तैयारी है. सभी विश्वविद्यालयों को नए सत्र में इस नीति के तहत पठन-पाठन शुरू करने के लिए एकेडमिक बैंक बनाना होगा. नई शिक्षा नीति के प्रावधानों के अनुसार आर्ट्स के विद्यार्थी साइंस, साइंस के विद्यार्थी कॉमर्स, कॉमर्स के विद्यार्थी साइंस की पढ़ाई कर सकते हैं. यानी दूसरे स्ट्रीम के पेपर भी विद्यार्थी अब ले सकते हैं.