रांची: झारखंड के नक्सल प्रभावित जिले लातेहार में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुए मुठभेड़ में झारखंड जगुआर के डिप्टी कमांडेंट राजेश कुमार शहीद हो गए. नक्सलियों की गोली से गंभीर रूप से घायल डिप्टी कमांडेंट को हेलीकॉप्टर से रांची लाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी. झारखंड में नक्सली घटनाओं की बात करें तो 2020 के मुकाबले 2021 में झारखंड में नक्सली हमलों में कुछ खास कमी नहीं आई है.
झारखंड में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ कोई नहीं बात नहीं है. राज्य के 16 जिलों में माओवादियों का प्रभाव है. जबकि आठ जिले नक्सलियों की सक्रियता के लिहाज से अति नक्सल प्रभाव श्रेणी में आते हैं. 2020 में 12 माह के दौरान नक्सलियों ने 121 वारदातों को अंजाम दिया था. इन हमलों में एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया जबकि 27 आम आदमी मारे गए. इन 121 घटनाओं में पुलिस पर चार हमले शामिल हैं. जबकि 2021 में अब तक नक्सली और उग्रवादी लगभग 60 घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं.
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पिछले 10 साल में बड़े नक्सली वारदातों की बात करें, तो वे कुछ इस तरह से हैं.
04.03.21: पश्चिमी सिंहभूम जिले में आईईडी के फटने से झारखंड पुलिस के तीन जवान शहीद हो गए और सीआरपीएफ का एक जवान समेत दो अन्य घायल हो गए.
30.10.2020: झारखंड के लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र में एक नक्सली हमले में, चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया.
24.11.2019: झारखंड के लातेहार जिले के चंदवा पुलिस थाना क्षेत्र में एक नक्सली हमले में चार सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया.
28.05.2019: सरायकेला में माओवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में 11 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए.
27.06.2018: झारखंड जगुआर पुलिस के छह जवान गढ़वा जिले में माओवादियों द्वारा किए गए बारूदी सुरंग विस्फोट में शहीद हो गए.
27.01.2016 : पलामू जिले में सात पुलिसकर्मी शहीद हो गए.
02.07.2013: झारखंड के दुमका में नक्सलियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में एक पुलिस अधीक्षक सहित छह पुलिसकर्मी शहीद.