रांची: आदिवासी संगठन के लोग अपने धार्मिक पहचान की मांग को लेकर दो गुट में बंट गए हैं. एक तरफ सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आदिवासी समाज आंदोलनरत हैं तो दूसरी तरफ आदिवासी धर्मकोट की मांग कर रहे हैं. इसी धार्मिक पहचान की मांग को मूल रूप देने के लिए आदिवासी संगठन के जनप्रतिनिधियों से चर्चा की जा रही है.
इसी संदर्भ में देश भर से आये 32 आदिवासी समुदाय जनप्रतिनिधियों को लेकर राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन पुराने विधानसभा सभागार में किया गया, जिसमें आदिवासी कोड की मांग को लेकर रणनीति तैयार की गई. बैठक के दौरान आदिवासी जनप्रतिनिधियों ने बताया कि झारखंड से लेकर अंडमान निकोबार तक आदिवसी धर्म के लोग रहते हैं.