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राजधानी में लॉकडाउन के बाद बढ़े जमीन विवाद के मामले, अदावत में जा रही लोगों की जान

राजधानी रांची में जमीन विवाद को लेकर एक बार फिर से खूनी संघर्ष देखने को मिल रहा है. जमीन विवाद को लेकर पिछले मात्र तीन दिनों में ही एक मासूम बच्चे सहित तीन लोगों की हत्या जमीन विवाद में कर दी गई. देखिए पूरी रिपोर्ट...

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रांची में जमीन विवाद

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Published : Dec 22, 2020, 6:34 PM IST

रांची: राजधानी समेत पूरे राज्य में जमीन विवाद को लेकर आए दिन घटनाएं होती रहती हैं. साल 2020 के अप्रैल महीने से लेकर जुलाई तक जमीन को लेकर खूनी संघर्ष पर एक तरह से लॉकडाउन लगा हुआ था, लेकिन अनलॉक शुरू होते ही जमीन माफिया राजधानी में एक बार फिर से सक्रिय हो गए और अपराधियों के साथ मिलीभगत कर जमीन पर कब्जे के लिए राजधानी में खून बहना भी शुरू हो गया.

देखिए पूरी खबर

पुलिस नहीं रोक पाई दो हत्याकांड

राजधानी रांची में रविवार और सोमवार को जमीन विवाद में दो लोगों की हत्या कर दी गई. सबसे हैरत की बात यह है कि रविवार को जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र में पुलिस की मौजूदगी में ही अलाउद्दीन नाम के युवक की हत्या कर दी गई, जिस वक्त अलाउद्दीन को चाकू से गोद-गोदकर मारा गया. उस समय पीसीआर में पांच जवान मौजूद थे, लेकिन उन्होंने अलाउद्दीन को नहीं बचाया. वहीं, सोमवार को खेलगांव ओपी क्षेत्र में जमीन विवाद में रिटायर फौजी मैनेजर तिवारी ने अपने पड़ोसी अशोक शुक्ला के गार्ड और उनके एक रिश्तेदार को गोली मार दी. गोलीबारी में अशोक शुक्ला के गार्ड की मौके पर ही मौत हो गई. इस मामले में भी पुलिस की लापरवाही सामने आई है, क्योंकि मैनेजर तिवारी पुलिस को फोन कर घटनास्थल पर गया था, लेकिन पुलिस वहां नहीं पहुंची और एक हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया गया. वहीं, रविवार रात ही मैक्लुस्कीगंज में एक 5 वर्षीय मासूम बच्चे की हत्या जमीन विवाद में कर दी गई.

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पुलिस के पास नहीं है जमीन विवाद का हल

दूसरी तरफ झारखंड पुलिस के डीजीपी एमवी राव की माने तो जमीन विवाद का समाधान पुलिस के पास नहीं है. जब भी उनके पास जमीन विवाद का मामला सामने आता है तो उसे सीओ के पास भेज दिया जाता है. पुलिस तभी जमीन विवाद में हाथ डालती है जब वहां लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति खराब होती है. हालांकि, डीजीपी एमवी राव के अनुसार अगर पुलिस की मौजूदगी में ही किसी की हत्या हो जाती है तो यह पुलिस पर जरूर सवाल खड़ा करता है. ऐसे पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. जो भी दोषी होगा उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. डीजीपी के अनुसार जमीन माफियाओं को कानून का खौफ होना बेहद जरूरी है. वह उन पर ऐसी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहे हैं ताकि भविष्य में भी किसी भी तरह की वारदात को अंजाम देने से पहले 10 बार सोचेंगे.

लॉकडाउन में थमा था जमीन विवाद

साल 2020 के अप्रैल महीने से लेकर जुलाई तक जमीन को लेकर खूनी संघर्ष पर एक तरह से लॉकडाउन लगा हुआ था, लेकिन अनलॉक शुरू होते ही जमीन माफिया राजधानी में एक बार फिर से सक्रिय हो गए और अपराधियों के साथ मिलीभगत कर जमीन पर कब्जे के लिए राजधानी में खून बहना भी शुरू हो गया. राज्य भर में जमीन माफिया का 39 गिरोह सक्रिय है. इनकी आपराधिक गतिविधि रही है. पुलिस की खूफिया विभाग इस संबंध में रांची सहित अन्य जिलों के एसपी को अलर्ट कर चुका है. बावजूद अपराधियों का गिरोह सक्रिय है.

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संदेह के घेरे में पुलिस की भूमिका

रांची के नामकुम, ओरमांझी, टाटीसिलवे, रातू, नगड़ी, कांके, पिठोरिया, हटिया, जगन्नाथपुर, तुपुदाना इलाका जमीन माफियाओं की गिरफ्त में है. राजधानी रांची में जमीन विवाद को लेकर पुलिस की भूमिका हमेशा से संदेह के घेरे में रहती थी, जिसके बाद पुलिस मुख्यालय से आदेश जारी हुआ कि पुलिस जमीन के मामले में सीधे हस्तक्षेप नहीं करेगी. मामला सामने आने के बाद उसे सीईओ के पास जांच के लिए भेजा जाएगा. अगर उसके बावजूद भी लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बिगड़ती है तब मौके पर पुलिस जाएगी. वर्तमान में यह भी सबसे बड़ी वजह है कि राजधानी रांची में जमीन को लेकर खून खराबा बढ़ा है.

जमीन के कारोबार में अपराधी

लॉकडाउन के दौरान शांत पड़े जमीन माफिया अपराधियों के साथ मिलीभगत कर एक बार फिर से जमीन के धंधे में उतर चुके हैं. जानकारी के अनुसार, कई कुख्यात अपराधियों के भी जमीन के धंधे से संबंधित प्रोजेक्ट चल रहे हैं. पुलिस को जानकारी मिली है कि बिट्टू मिश्रा नगड़ी, पंडरा, रातू, अरगोड़ा, धुर्वा, जगन्नाथपुर, तुपुदाना, डोरंडा, चुटिया, नामकुम, लोअर बाजार, सदर, लालपुर, खेलगाव, मेसरा, कोतवाली, बरियातू, हिंदपीढ़ी, काके, गोंदा सहित अन्य इलाकों की जमीन के धंधे में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ा है, जबकि जेल में बंद गेंदा सिंह की जमीन कांके रोड और हटिया इलाके में है. गैंगस्टर सुजीत सिन्हा हटिया, कांके के संग्रामपुर, रातू और नगड़ी इलाके की जमीनों पर कब्जा दिलाने का कईं ठेका ले रखा है. कई जगहों पर खुद की जमीन का प्रोजेक्ट भी चल रहा है, जिसमें इनके गिरोह से जुड़े सदस्य काम कर रहे हैं.

जमीन माफियाओं का डेटाबेस

जमीन के कारोबार में अपराधियों की सक्रियता बढ़ने के बाद रांची पुलिस अब जमीन कारोबार में कूदे अपराधियों का डेटाबेस तैयार करने में जुट गई है. सभी थाना क्षेत्रों में सक्रिय अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है. जेल से छूटे हर छोटे बड़े अपराधियों पर पुलिस की निगरानी है. जमीन के धंधे से जुड़े अपराधियों की डेटाबेस तैयार की जा रही है. किसी भी तरह की विधि व्यवस्था बिगाड़ने वाले अपराधी नहीं बख्शे जाएंगे.

साल 2020 के जनवरी महीने से लेकर दिसंबर तक जमीन पर कब्जे को लेकर गोलीबारी कि 22 वारदातें सामने आए, जिनमें 5 लोगों को गोलियां लगी, लेकिन उनकी जान बच गई. सबसे ज्यादा घटनाएं रांची के एयरपोर्ट थाना रातू और तुपुदाना में सामने आई. वहीं, साल 2019 में जमीन विवाद को लेकर 22 लोगों की हत्या हुई थी.

जमीन को लेकर प्रमुख घटनाएं

  • 20 दिसंबर 2020: जगन्नाथपुर इलाके में जमीन विवाद में अलाउद्दीन नाम के युवक की हत्या.
  • 20 दिसंबर 2020: मैक्लुस्कीगंज इलाके में जमीन विवाद में फायरिंग 5 वर्षीय मासूम बच्चे की मौत.
  • 21 दिसंबर 2020: रांची के खेलगांव इलाके में जमीन विवाद को लेकर फायरिंग एक की मौत एक गंभीर रूप से घायल.
  • 15 नवंबर 2020: रांची के तमाड़ थाना क्षेत्र में जमीन विवाद में लालू सिंह मुंडा नाम के युवक की हत्या कर दी गई.
  • 13 जून 2020: जगन्नाथपुर कोईरी टोली ऊपर हटिया में राकेश कुमार उर्फ बउवा साव की जमीन विवाद में हत्या कर दी गई थी.
  • 26 फरवरी 2020: भाजपा नेता सह सीसीएल कर्मी प्रेम सागर मुंडा की हत्या मोराबादी मैदान के पास कर दी गई.
  • 14 जनवरी 2020: रातू के बिजुलिया में जमीन कारोबारी इम्तियाज अंसारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
  • 30 दिसंबर 2019: रातू के पिर्रा में जमीन कारोबारी कमलेश दुबे की हत्या कर दी गई थी.
  • 21 दिसंबर 2019: मांडर थाना क्षेत्र के मुड़मा में अज्ञात अपराधियों ने जेएमएम नेता सुबोध नंद तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी.
  • 9 दिसंबर 2019: कांके थाना क्षेत्र के सर्वोदय नगर में अधिवक्ता राम प्रवेश सिंह की जमीन विवाद में गोली मारकर हत्या कर दी गयी.
  • 3 अक्टूबर 2019: नगड़ी थाना क्षेत्र में बाइक सवार अपराधियों ने जमीन कारोबारी पर गोलियां चलायी. मनोज मिंज को तीन गोली लगी, जिसके बाद उसे रिम्स में भर्ती कराया गया था.

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