रांची: पूरा देश एकजुट होकर कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहा है. इसमें जीत तभी होगी जब हर भारतीय अपनी भूमिका निभाएगा. आज यही संदेश दिया झारखंड के पद्मश्री लोकगीत गायक मुकुंद नायक ने. उन्होंने नागपुरी भाषा में एक लोकगीत तैयार किया. इसके जरिए उन्होंने लोगों को बताया कि कोरोना वायरस को अगर हराना है तो हम सबको कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना होगा.
वीडियो में देखिए पद्मश्री मुकुंद नायक के साथ बातचीत हाथ नाई मिलाएब एखन जोहार कहब. यानी अभी हाथ मिलाने का समय नहीं है. जो भी मिले अब उसे हाथ जोड़कर जोहार कहना है. झारखंड की संस्कृति में साफ-सफाई का विशेष महत्व रहा है. जिसका अब और सख्ती से पालन करना है. मसलन, समय-समय पर साबुन से हाथ धोते रहना है. घर से बाहर निकलने की अगर जरूरत आन पड़े तब मुंह और नाक को मास्क से ढकना है. अगर मास्क ना मिले तो रुमाल से भी मुंह और नाक को ढंका जा सकता है.
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सोशल डिस्टेंसिंग का नागपुरी मतलब
झारखंड एक आदिवासी बहुल राज्य है और यहां के हर आदिवासी समाज की अपनी अपनी भाषा है. लेकिन नागपुरी एक ऐसी भाषा है जो हर आदिवासी समाज में प्रचलित है. गैर आदिवासी भी इस भाषा का इस्तेमाल करते हैं. पद्मश्री मुकुंद नायक ने सोशल डिस्टेंसिंग के मतलब को नागपुरी भाषा में भी बताया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और डॉक्टरों के सुझाव पर अमल करने की अपील की.
लोकगीत गाते पद्मश्री मुकुंद नायक उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया एक ऐसी आपदा से लड़ रही है जिसे जीतने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है. अगर एक ने भी लापरवाही की तो उसकी वजह से उसका परिवार और फिर पूरा समाज प्रभावित हो सकता है. अपनी अपील में उन्होंने कहा कि अगर आपके आसपास किसी को देखकर ऐसा लगता है कि उसे सर्दी खांसी है और बुखार भी है तो उसे फौरन अस्पताल ले जाने में मदद करें.