रांची: कहते हैं यदि किसी में सितारों को छूने का जुनून हो तो फिर हिमालय जैसी मुश्किलें भी छोटी पड़ जाती है. कुछ ऐसा ही हुआ रांची के धुर्वा के रहने वाले मुकेश चंदेल के साथ. साधारण घर में जन्मे मुकेश को बचपन से ही एक्टर बनने का शौक था. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद जब उन्होंने अपने परिवार के सामने एक्टर बनने की इच्छा जाहिर की तो पूरे परिवार ने इंकार कर दिया. माता पिता के इंकार के बावजूद अपने सपने को पूरा करने के लिए वे अकेले ही मुंबई के लिए रवाना हो गए. मुंबई में अपनी मेहनत के बल पर मुकेश आज एक सफल एक्टर बन गए हैं.
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मुंबई में करना पड़ा लंबा संघर्ष:मुकेश चंदेल का मुंबई का संघर्ष वैसे युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत है जो मुश्किलों को देखकर पीछे हट जाते हैं और कुछ गलत कदम उठा लेते हैं. मुकेश बताते हैं कि मुंबई में कई रातें उन्हें सड़क पर ही रात गुजारने को मजबूर होना पड़ा. कई दिनों तक पैसों के अभाव में उन्हें खाना तक नहीं मिलता था. लेकिन वे डटे रहे. मुकेश के अनुसार उनके मन में सिर्फ एक ही सपना था कि वह किसी तरह एक अच्छा एक्टर बनें. इसलिए उन्होंने एक्टिंग करना कभी नहीं छोड़ा.
कई बार डायरेक्टरों से खानी पड़ी डांट: मुकेश चंदेल ने बताया कि करियर के शुरुआती दिनों में उन्हें फ्री में काम करना पड़ता था. डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की गालियां भी सुननी पड़ती थी. लेकिन इन सबके बावजूद उन्होंने अपना प्रयास नहीं छोड़ा और अंत में उनकी मेहनत रंग लाई. मुकेश आज कई बड़े नामचीन कलाकारों के साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने हाल फिलहाल में रिलीज हुई फिल्म बाबुल में काम किया है. इसके अलावे वे टीवी पर कई एड फिल्म में भी काम कर चुके हैं. मुकेश चंदेल ने बताया कि आज की तारीख में अब फिल्में उन्हें खुद मिल रही है और अच्छे-अच्छे प्रोडक्शन हाउस उन्हें बुलाकर ऑफर दे रहे हैं.
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बिहार झारखंड के कलाकारों की कर रहे हैं मदद:फिल्मी दुनिया में अपना कदम जमाने के बाद मुकेश चंदेल अब झारखंड बिहार और आसपास के राज्यों से मुंबई जाने वाले कलाकारों को मदद करने का काम करते हैं. उन्होंने बताया कि जो भी कलाकार उनके संपर्क में आते हैं. मुंबई में उनके रहने और खाने का इंतजाम उनके द्वारा किया जाता है. ताकि नए एवं युवा कलाकारों को उन संघर्षों का सामना ना करना पड़े जो उन्हें करना पड़ा था. मुकेश अपने स्तर से मुंबई में एक एक्टिंग क्लास भी चलाते हैं जिसमें नए कलाकारों को एक्टिंग का प्रशिक्षण दिया जाता है. मुकेश चंदेल बताते हैं कि आज वह जिस मुकाम पर हैं उस मुकाम पर कई बार गलत चीजें भी देखने को मिलती है. एक कलाकार को हमेशा गलत और सही के चयन की समझ होनी चाहिए ताकि वह अपने लिए सही निर्णय ले सके.
अनुपम खेर के साथ मुकेश चंदेल झारखंड में फिल्म निर्माण की काफी संभावनाएं: मुकेश चंदेल ने कहा कि झारखंड में फिल्मों की खूब संभावनाए हैं. यहां के स्थानीय कलाकारों को झारखंड में बनने वाली फिल्मों से रोजगार मिल सकते हैं बस सरकार को एक बेहतर पहल करने की जरूरत है. उन्होंने आश्वस्त किया कि आने वाले समय में झारखंड के कलाकारों को आगे बढ़ाने के लिए अपने स्तर से जरूर ठोस कदम उठाएंगे.