रांची:हंगामे के बीच 3 सितंबर से झारखंड विधानसभा (Jharkhand Legislative Assembly) का मानसून सत्र की शुरुआत हुई. सदन की कार्यवाही औपचारिकता पूरी करते हुए शुरू हुई. सदन में बीजेपी विधायकों ने नेता प्रतिपक्ष का मुद्दा उठाया. हो हल्ला के बीच सदन को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) ने संबोधित किया.
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हंगामा बढ़ता देख सदन की कार्यवाही पहले दिन संक्षिप्त करते हुए विधानसभाध्यक्ष रबीन्द्रनाथ महतो ने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए शोक प्रकाश पढना शुरू किया, लेकिन संसदीय मर्यादाओं की धज्जियां तब उड़ती दिखी जब बीजेपी विधायक शोक सभा के दौरान भी शांत होने का नाम नहीं ले रहे थे. हंगामा के बीच सदन की कार्यवाही सोमवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया.
जेवीएम को पिरामिड की तरह रखना चाहते हैं स्पीकर-बाबूलाल
मानसून सत्र के पहले दिन हंगामें की भेंट चढ़े सदन की कार्यवाही के लिए बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने स्पीकर पर दोष मढ़ते हुए कहा कि जेवीएम का बीजेपी में मर्जर को स्पीकर मिश्र की पिरामिड की तरह रखना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जब जेवीएम से कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बन सकते हैं और उनको मान्यता मिल सकती है, तो नेता प्रतिपक्ष के मुद्दे पर स्पीकर क्यों चुप हैं. ऐसे में विधायकों की नाराजगी बढ़ना स्वभाविक है. जब नाराजगी बढ़ती है तो लोग आंदोलन करने के लिए उतरते हैं.