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झारखंड विधानसभा का मानसून सत्रः हंगामे के बीच 4684.93 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश, रिपोर्टिंग टेबल पर भाजपा का रहा कब्जा

सोमवार को सदन की कार्यवाही हंगामें की भेंट चढ़ गई. बीजेपी के विधायक आक्रामक रुख अपनाए हुए थे. पहली बार भोजनावकाश के बाद जब कार्रवाही शुरू हुई तो भाजपा विधायकों ने कार्यमंत्रणा के फैसले का हवाला देकर सदन को गुमराह करने का आरोप लगाया. भाजपा विधायकों ने स्पीकर से आग्रह किया कि महंगाई के साथ-साथ रोजगार के मसले पर भी विशेष चर्चा होनी चाहिए. कार्यमंत्रणा में इस पर सहमति भी बनी थी. लेकिन रोजगार के विषय को हटा दिया गया.

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झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र

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Published : Sep 6, 2021, 12:29 PM IST

Updated : Sep 6, 2021, 7:33 PM IST

रांचीः लंच के बाद शुरू हुई कार्यवाही में बीजेपी ने आरोप लगाया कि कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में महंगाई के साथ-साथ बेरोजगारी के कारणों पर भी चर्चा को लेकर सहमति बनी थी लेकिन इस विषय को हटा दिया गया. नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि कार्य मंत्रणा की बैठक में साफ तौर पर महंगाई और रोजगार विषय पर चर्चा की बात हुई थी.

उन्होंने कहा कि अभी बेरोजगारी एक ज्वलंत मुद्दा है और नियोजन नीति की वजह से पूरे राज्य में भ्रामक की स्थिति बनी हुई है. सरकार को बताना चाहिए कि राज्य में कौन स्थानीय है. पिछले सरकार ने इसके लिए 1985 का कट ऑफ डेट बनाया था जिसे वर्तमान सरकार हटा चुकी है. भाजपा विधायक सीपी सिंह ने कहा कि स्पीकर का पद निष्पक्ष होता है. ना काहो से दोस्ती ना काहू से बैर. उन्होंने कहा कि कार्य मंत्रणा में प्रदीप यादव ने महंगाई की बात उठाई थी तो सुदेश महतो ने रोजगार पर चर्चा की बात की थी. फिर भी चर्चा के विषय से रोजगार शब्द को हटा दिया गया.

आजसू विधायक सुदेश महतो ने भी स्पीकर को कार्य मंत्रणा में हुई चर्चा का हवाला दिया. इसपर प्रदीप यादव ने कहा कि सुदेश महतो ने जरूर कहा था कि उद्योग और बेरोजगारी पर चर्चा हो . लेकिन किस विषय पर चर्चा हो यह तय करने का अधिकार स्पीकर के पास होता है. इसपर सुदेश महतो ने प्रदीप यादव से कार्य मंत्रणा की परिभाषा पूछ डाली.

भारी हंगामे के बीच झामुमो विधायक लोबिन हेंब्रम ने महंगाई पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि इसकी वजह केंद्र सरकार है. उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री का यह नारा कि अच्छे दिन आएंगे कहां गया. विपक्ष के हंगामे के बीच सत्ता पक्ष के कुछ विधायक वेल में पहुंचे जिन्हें स्पीकर ने आसन पर लौटने को कहा. वेल में भाजपा विधायकों का हंगामा जारी रहा.

4684 करोड़ 93 लाख का अनुपूरक बजट

झारखंड विधानसभा के दूसरे दिन की कार्यवाही भी हंगामे के साथ ही शुरू हुई. नमाज के लिए अलग कमरा आवंटित किए जाने के मामले को लेकर बीजेपी लगातार हंगामा करती रही. बीजेपी विधायक हंगामा करते हुए वेल में आ गए. हंगामे की वजह से सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी. सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 4684 करोड़ 93 लाख रुपये का अनुपूरक बजट पेश किया.

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12.45 बजे सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई. बीजेपी ने कार्यस्थगन की मांग की. नियोजन नीति में गड़बड़ी का आरोप लगाया. हंगामा करते हुए बीजेपी विधायक वेल में पहुंच गए. इसी दौरान वित्त मंत्री रामेश्वर उरांव ने 4684 करोड़ 93 लाख का अनुपूरक बजट पेश किया. विपक्ष के हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी.

बता दें कि झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र का आज दूसरा दिन है. सत्र के दूसरे दिन की शुरुआत हंगामे के साथ हुआ. मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने जोरदार हंगामा किया. सदन में जय श्रीराम और हर हर महादेव के नारे लगाए गए. नारा लगाते हुए बीजेपी विधायक वेल में पहुंच गए. स्पीकर के बार बार समझाने पर भी वो नहीं माने जिसके बाद सदन की कार्यवाही 12.45 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.

बता दें कि आज कार्य मंत्रणा समिति की सिफारिश पर दूसरी पाली में महंगाई और उससे उत्पन्न स्थिति पर विशेष वाद विवाद होना है. सदन की कार्यवाही में शिरकत करने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो भी पहुंचे हैं.

Last Updated : Sep 6, 2021, 7:33 PM IST

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