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जपला सीमेंट फैक्ट्री को लेकर एक विधायक ने सदन में कर दी इस्तीफे की घोषणा, जानिए फिर क्या हुआ?

शुक्रवार को मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन में जपला सीमेंट फैक्ट्री को लेकर मंत्री सीपी सिंह और विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता के बीच विवाद बढ़ गया, जिसके बाद विधायक ने स्पीकर को अपना इस्तीफा सौंप दिया.

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Published : Jul 26, 2019, 7:14 PM IST

विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता

रांची: पलामू में बंद पड़ी जपला सीमेंट फैक्ट्री को चालू करने के प्रस्ताव पर थोड़ी देर के लिए सदन के भीतर अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई. गैर सरकारी संकल्प के तहत हुसैनाबाद से बसपा विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता ने लंबे समय से बंद पड़ी जपला सीमेंट फैक्ट्री के कारण बेरोजगारी का हवाला देते हुए सरकार से इसे चालू करने की मांग रखी.

विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता का बयान

सीपी सिंह ने दिया जवाब
विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता के सवाल पर प्रभारी मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की नीति है कि वह फैक्ट्री का संचालन नहीं कर सकती है. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि 'पलामू मेरी जन्मभूमि है लिहाजा मैं भी चाहता हूं कि लंबे समय से बंद पड़ी जपला सीमेंट फैक्ट्री की खाली जगह पर नए सिरे से फैक्ट्री स्थापित की जाए जो निवेशकों के मार्फत संभव हो सकता है'. इसके लिए सरकार अपनी तरफ से पूरा प्रयास करेगी.

'सीएम ने किया था वादा'
मंत्री सीपी सिंह के जवाब पर शिवपूजन ने कहा कि मुख्यमंत्री ने खुद फैक्ट्री को चालू करने का भरोसा सदन में दिलाया था, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई काम नहीं हुआ. शिवपूजन के ऐसा कहने पर मंत्री सीपी सिंह ने प्रोसीडिंग की कॉपी पेश करने को कहा. इसको लेकर काफी समय तक वाद-विवाद चलता रहा. सरकार इस बात पर अड़ी थी कि निवेशकों के मार्फत ही जपला सीमेंट फैक्ट्री को चालू करने की दिशा में प्रयास कर सकती है.

विधायक ने दिया इस्तीफा
इस पर शिवपूजन मेहता ने कहा कि सरकार कई बार निवेशकों को लुभाने के लिए समिट कर चुकी है, लेकिन नतीजा सिफर रहा है. उन्होंने सरकार के आश्वासन को नाकाफी बताया. बाद में स्पीकर ने कहा कि या तो आप अपना प्रस्ताव वापस ले या फिर इस मसले पर सदन में वोटिंग करानी पड़ेगी. शिवपूजन मेहता ने कहा कि वह अपना प्रस्ताव वापस नहीं लेंगे. इसी बीच उन्होंने अपने पद से इस्तीफा देने की भी घोषणा कर दी और सदन से बाहर जाने लगे. हालांकि, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने उन्हें रोका.

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वोटिंग में प्रस्ताव अस्वीकृत
इस बीच स्पीकर ने कुशवाहा शिवपूजन के प्रस्ताव पर वोटिंग करायी, जिसमें उनका प्रस्ताव अस्वीकृत हो गया. स्पीकर ने कुशवाहा शिवपूजन मेहता से कहा कि जनप्रतिनिधि को भावना में नहीं बहना चाहिए. खास बात है कि जब प्रभारी मंत्री ने यह कहा कि सरकार के पास ऐसी कोई नीति नहीं है कि वह फैक्ट्री का संचालन करें. इसके जवाब में शिवपूजन ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार तो शराब भी बेच चुकी है फिर जपला सीमेंट फैक्ट्री क्यों नहीं चला सकती? उन्होंने कहा कि जपला सीमेंट फैक्ट्री मामले पर उन्होंने अपना इस्तीफा स्पीकर को दे दिया है. अब स्पीकर को तय करना है कि वह इस्तीफा स्वीकार करते हैं या नहीं.

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