रांचीः झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष और राज्य के वित्त मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने कोरोना संक्रमण का चेन तोड़ने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत राज्यभर में लागू पाबंदियों के सकारात्मक परिणाम पर संतोष जताया है.
इसे भी पढ़ें- लॉकडाउन ने पुजारियों और भक्तों की बढ़ाई परेशानी, सरकार से लगा रहे मदद की गुहार
उन्होंने पार्टी की ओर से सोमवार राज्य सरकार से यह मांग की है कि अभी 27 मई के बाद भी सप्ताह या दस दिनों तक इन पाबंदियों को कुछ शर्तों के साथ लागू रखने की जरुरत है. डॉ. रामेश्वर उरांव ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा बुलायी गयी कैबिनेट मंत्रियों की वर्चुअल बैठक में पार्टी की ओर से कई अन्य सुझाव भी रखे.
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड की अधिकांश आबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है. सभी ने राज्य सरकार की ओर से कोरोना के संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत लागू की गई पाबंदियों और स्थिति से निपटने के लिए उठाए गए कदम की सराहना की है. हालांकि इस दौरान लोगों की मौत होने पर कपड़ा दुकान बंद रहने पर कफन खरीदने में हो रही कठिनाइयों का जिक्र करते हुए, उन्होंने शर्तों के साथ कुछ छूट देने की भी वकालत की.
अभी सतर्कता जरूरी
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस चिंता को जायज मानते हुए यह घोषणा की है कि अब किसी की भी मौत होने पर राज्य सरकार की ओर से निःशुल्क कफन उपलब्ध कराया जाएगा. डॉ. रामेश्वर उरांव ने कहा कि राज्य में संक्रमण दर में कमी आई है. लेकिन मृत्यु दर पर अब भी अंकुश नहीं लग पाया गया है, इसलिए अभी सतर्कता जरूरी है. उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधा के लिए राज्य सरकार की ओर से ई-पास की व्यवस्था लागू की गई है.