रांची: अंडमान में काम कर रहे 180 प्रवासी मजदूरों को विमान से झारखंड लाया गया. अनलॉक-1.0 के कारण प्रवासी मजदूरो को अंडमान में फंस गए थे. ऐसे में यह पांचवीं बार है जब झारखंड सरकार के ऐतिहासिक पहल पर मजदूरों को विमान के जरिए झारखंड लाया गया है. दिल्ली के एक निजी कंपनी के सहयोग से अंडमान से प्रवासी मजदूरों को झारखंड लाया गया है.
प्रवासी मजदूरों का स्वागत
एयरपोर्ट पर पहुंचते ही प्रवासी मजदूरों को सबसे पहले पानी की बोतल, खाने का पैकेट और सुरक्षा किट दिया गया. गेट पर प्रवासी मजदूरों के स्वागत के लिए सूबे के दो मंत्री रांची एयरपोर्ट पहुंचे थे. कृषि मंत्री बादल पत्रलेख और पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने प्रवासी मजदूरों का स्वागत किया.
ये भी पढ़ें-रांची: आलमगीर आलम से EXCLUSIVE बातचीत, कहा- प्रवासी मजदूरों के लिए मील का पत्थर है मनरेगा
झारखंड सरकार को धन्यवाद
हवाई सफर कर झारखंड पहुंचे नम आंखों से मजदूरों ने झारखंड सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के सहयोग से हम मजदूरों को झारखंड लाया गया है. इसके लिए वे झारखंड सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने बताया कि उन लोगों को अंडमान में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था.
जायजा लेते संवाददाता विजय गोप 'लगातार फ्लाइट से मजदूरों को लाया जा रहा'
पेयजल और स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि झारखंड सरकार के अथक प्रयास से यह संभव हो पा रहा है. हमारे राज्य के दूसरे राज्य में फंसे मजदूर भाइयों को लाया जा रहा है. झारखंड में ही प्रवासी मजदूरों को लाने के लिए पहला ट्रेन चलाया गया था और लगातार फ्लाइट से मजदूरों को लाया जा रहा है.
ये भी पढ़ें-SPECIAL: बंपर पैदावार के बाद भी किसान परेशान, लॉकडाउन ने तोड़ी किसानों की कमर
'झारखंड पहुंचकर काफी खुश हैं'
वहीं, मौके पर मौजूद कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि अंडमान में काम कर रहे हैं. प्रवासी मजदूर अपनी मिट्टी में पहुंचकर काफी भावुक हैं. उन लोगों से बातचीत के दौरान पता चला कि अनलॉक-1.0 के दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था और वह झारखंड पहुंचकर काफी खुश हैं.