रांची: सोमवार को हुई तेज बारिश में कोकर स्थित खोरहा टोली के पुराने नाला में मोटरसाइकिल समेत बह गए युवक उमेश राणा को अब तक ढूंढा नहीं जा सका है. मेयर आशा लकड़ा ने बुधवार को इस घटना पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद राज्य सरकार का निरंकुश चेहरा सामने आया है. उन्होंने इस घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है.
'सरकार लोगों के अमूल्य जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही'
मेयर आशा लकड़ा ने कहा कि राज्य में गठबंधन की सरकार लोगों के अमूल्य जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है. उन्होंने कहा कि नए सिरे से शेड्यूल्ड ऑफ रेट निर्धारण नहीं होने के कारण नाली और नालों के निर्माण से संबंधित लगभग 150 योजनाएं लंबित हैं. राज्य सरकार के निर्देश पर ट्रेजरी से बिल भुगतान पर रोक लगाया गया था. अब 25 प्रतिशत भुगतान करने का निर्देश दिया गया है. जिसके कारण पूर्व की योजनाएं भी प्रभावित हो रही हैं.
समय पर बिल भुगतान नहीं किया गया
मेयर ने कहा कि राज्य सरकार के फरमान के कारण पूर्व की योजनाओं से संबंधित ठेकेदार को समय पर बिल भुगतान नहीं किया गया. जिसके कारण कई योजनाओं का काम अधूरा पड़ा है. अगर कवर्ड ड्रेन और नाली निर्माण से संबंधित योजनाएं समय पर पूरी हो जाती तो शहरवासियों को जलजमाव की समस्या से राहत मिलती. खुले नाले में गिरकर किसी की जान नहीं जाती.
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पिछले साल भी घटी थी घटना
पिछले वर्ष ही हिंदपीढ़ी क्षेत्र में खुले नाले में गिरकर मासूम बच्ची फलक की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद रांची नगर निगम ने खुले नालों और नालियों को ढंकने के लिए प्रस्ताव तैयार कर नगर विकास विभाग से 50 लाख रुपए की मांग की थी, लेकिन अब तक विभाग से राशि आवंटित नहीं की गई. 2019 में हिंदपीढ़ी क्षेत्र की घटना के बाद रांची नगर निगम ने अपने स्तर से विभिन्न वार्डों में खुले नालों और नालियों को ढंकने का काम शुरू कर दिया था, लेकिन राशि के अभाव में विभिन्न वार्डों में खुली नालियों और बड़े नालों को ढंकने का काम पूरा नहीं किया जा सका है.